आज 10 सितंबर है। आज विश्व आत्महत्या रोकथाम दिवसमनाया जाता है। प्रतिवर्ष 10 सितम्बर को जागरूकता बढ़ाने, सबसे अधिक जरूरतमंद लोगों तक उपचार पहुंचाने पर ध्यान केन्द्रित करने तथा आत्महत्या से प्रभावित लोगों को याद करने के लिए मनाया जाता है। यह दिन देश के साथ-साथ दुनियाभर में बढ़ती आत्महत्याओं पर रोक लगाने और उसके लिए लोगों में जागरूकता लाने के लिए मनाया जाता है।
अंतर्राष्ट्रीय आत्महत्या रोकथाम संघ (IASP) करता है आयोजन
इसका आयोजन अंतर्राष्ट्रीय आत्महत्या रोकथाम संघ (IASP) द्वारा किया जाता है और विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) द्वारा इसका समर्थन किया जाता है। यह कार्यक्रम आत्महत्या रोकथाम पर ध्यान केंद्रित करने की वैश्विक प्रतिबद्धता का प्रतिनिधित्व करता है।
इस दिन को मनाने का उद्देश्य
इस दिन को मनाने का उद्देश्य दुनिया भर में आत्महत्या की रोकथाम के बारे में जागरूकता बढ़ाना है। साथ ही उद्देश्यों में निवारक कार्रवाई के माध्यम से आत्म-क्षति और आत्महत्या को संबोधित करने के लिए हितधारक सहयोग और आत्म-सशक्तिकरण को बढ़ावा देना शामिल है।इन्हें स्वास्थ्य सेवा प्रदाताओं और अन्य प्रासंगिक व्यक्तियों की क्षमता निर्माण, सामान्य आबादी और जोखिम वाले समूहों जैसे कि युवा लोगों को लक्षित सकारात्मक और सूचनात्मक संदेश, तथा घर, स्कूल, कार्यस्थल आदि में मानसिक स्वास्थ्य पर खुली चर्चा की सुविधा प्रदान करके प्राप्त किया जा सकता है। आत्महत्या पर विचार करने वाले या इससे प्रभावित लोगों को भी अपनी कहानियां साझा करने और पेशेवर मदद लेने के लिए प्रोत्साहित किया जाता है।
सर्वेक्षण में सामने आई यह बात
एक मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक सामने आई जानकारी के अनुसार एक एक सर्वेक्षण में पाया गया कि केवल 45% लोग ही आत्महत्या के विचारों के बारे में परिवार और मित्रों से बात करने में सहज महसूस करते हैं, जबकि 74% लोग मानसिक स्वास्थ्य के बारे में बात करने में सहज महसूस करते हैं। हम इसे बदलना चाहते हैं। आत्महत्या के बारे में ज़्यादा खुलकर बात करके, हम लोगों को यह बताने का मौक़ा दे सकते हैं कि वे कैसा महसूस करते हैं और उन्हें ज़रूरी सहायता मिल सकती है। इससे किसी की जान भी बच सकती है।