हम सभी जानते हैं कि कोई भी क्षेत्र भौगोलिक दृष्टि से हर किसी काम के लिए अनुकूल नहीं होता। किसी क्षेत्र की अर्थव्यवस्था को बढ़ाने के लिए जो चाहे, वो उद्योग भी नहीं लगाये जा सकते हैं, जिसकी चाहे, उसकी खेती भी नहीं कर सकते हैं, लेकिन हां, पर्यटन की दृष्टि से देखें तो किसी भी क्षेत्र को एक बेहतरीन पर्यटक स्थल के रूप में विकसित किया जा सकता है। पर्यटन एक ऐसा यंत्र है, जो किसी भी क्षेत्र की अर्थव्यवस्था को गति प्रदान कर सकता है। और इससे कहीं ऊपर पर्यटन हर क्षेत्र के इतिहास, परम्पराओं, रहन-सहन, सभ्यता, आदि का आइना भी है। पर्यटन के इसी महत्व के प्रति लोगों को जागरूक करने के लिए हर साल 27 सितम्बर को विश्व पर्यटन दिवस मनाया जाता है।
वर्ष 2021 की थीम
वर्ष 2021 में विश्व पर्यटन दिवस की थीम समावेशी विकास के लिए पर्यटन है ।
प्राचीन सभ्यताओं के प्रमाणों को सहेज कर रखे हुए हैं
संयुक्त राष्ट्र की इकाई यूनाइटेड नेशन्स वर्ल्ड टूरिज्म ऑर्गनाइजेशन (यूएनडब्ल्यूटीओ) के नेतृत्व में यह दिवस मनाया जाता है। पर्यटन से एक क्षेत्र की न केवल आर्थिक वृद्धि होती है, बल्कि यह एक ऐसा अदृश्य यंत्र है, जिससे उस क्षेत्र की पहचान कभी नहीं खोती है। यही कारण है कि दुनिया भर के तमाम देश अपने-अपने देशों की प्राचीन सभ्यताओं के प्रमाणों को सहेज कर रखे हुए हैं। तमाम देश हैं, जिनकी पूरी की पूरी अर्थव्यवस्था केवल पर्यटन पर टिकी हुई है। आपको बता दें कि कोविड महामारी का सबसे ज्यादा प्रभाव ऐसे ही देशों पर पड़ा है।
पहला पर्यटन दिवस ,इतिहास
इतिहास के पन्नों को पलटें तो पाएंगे कि 27 सितम्बर 1970 को मैक्सिको सिटी में एक विशेष सभा का आयोजन किया गया था। इंटरनेशनल यूनियन ऑफ ऑफीशियल ट्रैवल ऑर्गनाइजेशन द्वारा आयोजित इस सम्मेलन में विश्व पर्यटन दिवस मनाने की बात रखी गई। आगे चलकर यूएनडब्ल्यूटीओ ने 1979 में इस दिवस को मनाने का फैसला किया। 27 सितम्बर 1980 को पहला पर्यटन दिवस मनाया गया।