30 जुलाई: कल्कि जयंती आज, विष्णु के 10वें अवतार कल्कि की होती है पूजा, जानें किस भविष्यवाणी और विश्वास का प्रतीक पर्व है कल्कि जयंती

आज 30 जुलाई 2025 है। आज कल्कि जयंती है। जो एक हिंदू त्योहार है। हर साल श्रावण महीने के शुक्ल पक्ष की षष्ठी तिथि को कल्कि जयंती मनाई जाती है। हिंदू पुराणों के अनुसार, भगवान कल्कि भगवान विष्‍णु के दसवें अवतार होंगे। इस बार कल्कि जयंती 30 जुलाई यानी आज मनाई जा रही है।

भगवान विष्णु की पूजा का विधान

हिन्दू धर्म में भगवान विष्णु को सृष्टि के पालनकर्ता माना गया है और उनके दस अवतारों को ‘दशावतार’ कहा जाता है। इन दस अवतारों में से कल्कि अवतार को अंतिम और भविष्य का अवतार माना गया है। जब संसार में अधर्म, पाप, अन्याय और अराजकता अपनी चरम सीमा पर पहुंच जाएंगे, तब भगवान विष्णु कल्कि रूप में प्रकट होंगे और अधर्म का नाश करेंगे। कल्कि जयंती उसी भविष्यवाणी और विश्वास का प्रतीक पर्व है। यह दिन भगवान विष्णु के कल्कि अवतार के जन्म की स्मृति में मनाया जाता है। धार्मिक मान्यताओं के अनुसार ऐसा माना जाता है कि कल्कि अवतार का जन्म कलियुग के अंत में पापियों का नाश और धर्म की पुर्नस्थापना करने के लिए होगा। कल्कि अवतार का चित्रण तीर कमान धारण किए हुए एक घुड़सवार के रूप में किया गया है।

जानें शुभ मुहूर्त

कल्कि जयंती श्रावण मास के शुक्ल पक्ष की षष्ठी तिथि को मनाई जाती है। यह तिथि आमतौर पर जुलाई या अगस्त में आती है। इस शुभ दिन पर, भक्त असीम भक्ति और विश्वास के साथ भगवान विष्णु की पूजा करते हैं और भगवान का आशीर्वाद मांगते हैं। यह दिन भगवान कल्कि से सभी बुरे कार्यों या पापों की क्षमा मांगने के लिए मनाया जाता है।
📍षष्ठी तिथि प्रारम्भ – जुलाई 30, 2025 को सुबह 12:46 बजे से शुरू होगी।
📍षष्ठी तिथि समाप्त – जुलाई 31, 2025 को सुबह 02:41 बजे तक रहेगी।
📍कल्कि जयन्ती मुहूर्त शाम 04:04 से शाम 06:44 बजे तक। जिसकी अवधि – 02 घण्टे 40 मिनट्स की रहेगी।