उत्तराखंड में स्थित चारधाम यात्रा जारी है। वहीं अब चारधाम यात्रा में घोड़ों और खच्चरों के कामों को लेकर भी खबर सामने आई है।
इन बातों पर बनीं सहमति
चारधाम यात्रा में घोड़ों और खच्चरों से रात में काम नहीं लिया जाएगा। साथ ही उनकी क्षमता के अनुसार ही भार लादा जाएगा। इसके अलावा घोड़ों और खच्चरों से एक दिन में एक ही चक्कर लगवाया जाएगा। यह सहमति हाईकोर्ट में याचिका दायर करने वाले और सरकार के बीच बनी है। इसके अलावा अन्य बातों पर भी सहमति बनी है। जिसमें प्रत्येक दिन यात्रा शुरू करने से पहले घोड़ों और खच्चरों के स्वास्थ्य परीक्षण किया जाएगा। उनके लिए गर्म पानी, रहने की व्यवस्था, वेटनरी स्टाफ की व्यवस्था भी की जाएगी। यात्रा में जाने वाले घोड़ों की संख्या का निर्धारण, बीमा रद्द करने और केंद्र सरकार की एसओपी आदि भी है।
याचिका पर सुनवाई
दरअसल हाईकोर्ट ने चारधाम यात्रा में फैली अव्यवस्थाओं और लगातार हो रही घोड़ों की मौतों के मामले पर दायर जनहित याचिकाओं पर बीते कुछ दिनों पहले सुनवाई की और समस्याओं के निस्तारण के लिए सरकार और याचिकाकर्ताओं से सहमति पत्र पेश करने के लिए कहा।