क्या है हमास, जिसने इजरायल पर किया हमला, जानें कैसे पूरी तरह इजरायल पर निर्भर है गाजापट्टी

देश दुनिया की खबरों से हम आपको रूबरू कराते रहते हैं। एक ऐसी खबर हम आपके सामने लाए हैं। हमास और इजराइल के बीच युद्ध शुरू हो गया है। जिससे हालात चिंताजनक बन गये है।

इजरायल के किले को हमास ने तबाह किया

मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक हमास द्वारा गाजा पट्टी से इजरायल की ओर भारी मात्रा में रॉकेट दागे गए है। इस हमले में बड़ी संख्या में लोगों की मौत हो गई है। रिपोर्ट्स के मुताबिक इजराइल ने भी गाजा पट्टी (Gaza Patti) पर ताबड़तोड़ हमला कर दिया है। दोनों और की इस जंग में अब तक 700 इजराइली और 450 फिलिस्तीनियों के मारे जाने की खबर है, जबकि हजारों लोग इसमें घायल हैं। अमेरिका, ब्रिटेन, भारत और स्पेन जैसे कुछ देश इजरायल के पक्ष में खड़े हैं तो वहीं लेबनान, पाकिस्तान और ईरान जैसे देश फिलिस्तीन की आड़ में हमास को अपना समर्थन देने में लग गए हैं। इस बीच अब अलग-अलग देशों में इजरायल और फिलिस्तीन के समर्थन में प्रदर्शन भी होने लगे हैं।

इजरायल को मिल रहा अन्य देशों का समर्थन

दुनिया और खास कर के मध्य पूर्व में इजरायल को एक बड़ी सैन्य शक्ति माना जाता है। ग्लोबल फायर पॉवर इंडेक्स में इजरायल को 20वीं सबसे शक्तिशाली सेना का दर्जा मिला है। इजरायली सेना के पास आधुनिक मिसाइल, एयर डिफेंस और टैंक आदि मौजूद हैं। इजरायल के पास दुनिया के सबसे आधुनिक F-35 विमान, समेत कई अन्य लड़ाकू विमान भी हैं। हाल की घटनाओं में खुले तौर पर इज़राइल का समर्थन करने वाले देशों की संख्या में वृद्धि देखी गई है, जिसमें 84 देशों ने अपना समर्थन व्यक्त किया है। इन देशों में अमेरिका, ब्रिटेन, ऑस्ट्रेलिया, फ्रांस, नॉर्वे, ऑस्ट्रिया, जर्मनी, भारत, कनाडा, पोलैंड, स्पेन और यहां तक ​​कि सामूहिक यूरोपीय संघ जैसे शक्तिशाली देश शामिल हैं।

क्या है गाजा पट्टी

रिपोर्ट्स के मुताबिक फिलिस्तीन और इजरायल के इस संघर्ष में एक पक्ष गाजा का भी है। गाजा पट्टी (Gaza Border) पर लगातार रॉकेट से हमले हो रहे हैं। गाजा पट्टी (Hamas group) 25 मील लंबाई और 7 मील चौड़ाई में फैला हुआ है। ये फिलिस्तीन का हिस्सा है, लेकिन उससे जमीनी तौर पर पूरी तरह से कटा हुआ है। इसके पश्चिम की पूरी सीमा भूमध्य सागर से लगती है। 2005 तक इसपर इजरायल का कब्जा था, लेकिन इसके बाद इजरायल ने इसपर अपना कब्जा छोड़ दिया। चूंकि ये चारों तरफ से इजरायल से घिरा हुआ है, इसलिए ये बेसिक जरूरतों के लिए पूरी तरह से इजरायल पर निर्भर है। गाजा अभी हमास संगठन के नियंत्रण पर है।

गाजा पट्टी की कहानी?

रिपोर्ट्स के मुताबिक गाजा पट्टी, इजरायल, मिस्र और भूमध्य सागर के बीच बसा एक छोटा सा क्षेत्र है। इसे दुनिया के सबसे घनी आबादी वाले क्षेत्रों में भी जाना जाता है। गाजा पट्टी लगभग 10 किलोमीटर चौड़ा और 41 किलोमीटर लंबा क्षेत्र है। यहां 20 लाख से अधिक लोग रहते हैं। इसका मतलब है कि प्रति वर्ग किलोमीटर औसतन लगभग 5,500 लोग लोग रहते हैं। इजरायल की बात करें, तो यहां औसत जनसंख्या घनत्व लगभग 400 व्यक्ति प्रति वर्ग किलोमीटर है, जिससे आप समझ सकते हैं कि गाजा में कितनी घनी आबादी रहती है।

गाजा पट्टी का इतिहास

रिपोर्ट्स के मुताबिक गाजा पट्टी का इतिहास 1948 में इजरायल के बनने के साथ शुरू होता है। 1948 में इजरायल के निर्माण के बाद यहां बसे अरबों के लिए अर्मिस्टाइस रेखा बनाई गई, जिसके तहत गाजा पट्टी में अरब, मुस्लिमों को रहना तय किया गया और ये तय किया गया कि यहूदी इजरायल मे रहेंगे। 1948 से लेकर 1967 तक इस पर मिस्र का अधिकार था। लेकिन 1967 में 06 दिन की लड़ाई के बाद इजरायल ने अरब देशों को निर्णायक रूप से हरा दिया। गाजा पट्टी पर इजरायल का कब्जा हो गया। जो 25 सालों तक चला। दिसंबर 1987 में गाजा पट्टी में भीषण विद्रोह हुआ। इसके बाद 1994 में ये तय किया गया कि ये इलाका चरणबद्ध तरीके से फिलीस्तीन अथारिटी (पीए) को स्थानांतरित कर दिया जाएगा। वर्ष 2000 में इजरायल के तत्कालीन प्रधानमंत्री एरियल शेरोन ने नई योजना के तहत गाजा इलाके से इजरायली सैनिकों को हटाने और स्थानीय नागरिकों को बसाने की योजना बनाई। वर्ष 2005 में इसका नियंत्रण पीए को दे दिया गया लेकिन इजरायल ने गश्त जारी रखी। हालांकि 2007 में हमास की अगुवाई वाली पार्टी ने इस पर कब्जा कर लिया‌। लेकिन इसके बाद से इजरायल इस इलाके को ना केवल सीमाबंद कर चुका है बल्कि कई प्रतिबंध भी लगाता रहा है।

जानें इजराइल पर वर्तमान हमले की वजह

रिपोर्ट्स के मुताबिक इस विवाद की वजह अल-अक्सा मस्जिद कंपाउंड है। हमास के मिलिट्री कमांडर मोहम्मद दीफ ने ‘ऑपरेशन अल-अक्सा स्टोर्म’ का ऐलान किया है। ये एक नया ऑपरेशन है, जिसका मकसद संवेदनशील माने जाने वाले अल-अक्सा कंपाउंड को आजाद कराना है। अल-अक्सा मस्जिद यरुशलम शहर में है। हाल के दिनों में यहां यहूदी लोग अपने पवित्र त्योहार को मनाने के लिए पहुंचे हैं। इस कंपाउंड में ही टेंपल माउंट है, जहां यहूदी प्रार्थना करते हैं।

क्या है हमास

रिपोर्ट्स के मुताबिक हमास फिलीस्तीन का इस्लामिक चरमपंथी समूह है, जो गाजा पट्टी से संचालित होता है। 2007 में गाजा पर नियंत्रण के बाद हमास के विद्रोहियों ने इजराइल को बर्बाद करने की कसम खाई। तब से लेकर हालिया हमले तक ये चरमपंथी संगठन इसराइल के साथ कई बार युद्ध छेड़ चुका है। इस दौरान हमास ने इसराइल पर हज़ारों रॉकेट दागने के साथ कई दूसरे घातक हमले भी किए। इजराइल पर हमले के लिए हमास दूसरे चरमपंथी गुटों की भी सहायता लेता है। इन हमलों के जवाब में इजराइल कई तरह से हमास पर सैन्य कार्रवाई करता है। 2007 के बाद से ही इसराइल ने मिस्र के साथ मिलकर गाजा की नाकेबंदी कर रखी है। इसराइल कहता है, ये उसकी सुरक्षा के लिए ज़रूरी है। एक संगठन के रूप में हमास, ख़ासतौर पर इसकी मिलिट्री विंग को इसराइल, अमेरिका, यूरोपियन यूनियन, ब्रिटेन और कई दूसरे देशों ने आतंकवादी समूह घोषित कर रखा है। पड़ोसी ईरान हमास का सबसे बड़ा समर्थक है। वो इसे आर्थिक मदद के साथ हथियार और ट्रेनिंग सुविधाएं भी मुहैया कराता है।