आज की बदलती लाइफस्टाइल के साथ स्वस्थ सेहत का होना भी बेहद जरुरी है। ऐसे में हमें अपनी आदतों में भी कुछ बदलाव करने चाहिए। जिसमें एक ओम मेडिटेशन। ओम मेडिटेशन मन को शांति प्रदान कर नेचर की कॉस्मिक एनर्जी को महसूस करवाने का बेहतरीन तरीका है।
♐♐ओम मेडिटेशन करने से स्वास्थ्य लाभ
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक ओम यूनिवर्स में उत्पन्न होने वाली पहली ध्वनि है, इसीलिए ओम की ध्वनि से ध्यान करने पर मन नेचर में मौजूद कॉस्मिक एनर्जी को महसूस कर सकता है। ओम मेडिटेशन करने से आपके स्वास्थ्य को अनेकों फायदे मिलते हैं। जब हम ओम का जाप करते हैं, यह हमें हमारे सांस, हमारी जागरूकता और हमारी शारीरिक ऊर्जा के माध्यम से इस सार्वभौमिक चाल की सवारी पर ले जाता है, और हम एक गहरा संबंध समझना शुरू करते हैं जो मन और आत्मा को शांति प्रदान करता है।
♐♐जानें कैसे करें ओम का ध्यान
पतंजलि के योग सूत्र के अनुसार, ओम का जाप या ध्यान इसका अर्थ और महत्व दिमाग़ में रखते हुए करना चाहिए। चूंकि ओम ईश्वर की प्रतिनिधि ध्वनि और प्रतीक है, इसलिए ओम का जाप करते हुए ईश्वर का ध्यान रखना जरूरी है। ओम का जाप करने की विधि इस प्रकार है:
✴️✴️किसी भी आरामदायक ध्यान करने के आसन में बैठ जायें, जैसे की पद्मासन, सुखासन, या सिद्धासन। रीढ़ की हड्डी, सिर, और गर्दन बिल्कुल सीधी रखें।
✴️✴️आंखों को बंद कर लें और एक गहरी साँस लें। अब साँस छोड़ते हुए ओम बोलना शुरू करें।
✴️✴️नाभि क्षेत्र में “ओ” आवाज़ से होने वाली कंपन को महसूस करें और इस कंपन को ऊपर की तरफ बढ़ते हुए महसूस करें।
✴️✴️जैसा आप मंत्र जारी रखते हैं, कंपन को गले की ओर बढ़ते हुए महसूस करें।
✴️✴️जैसे कंपन गले के क्षेत्र में पहुंचती हैं, ध्वनि को “म” की एक गहरी ध्वनि में परिवर्तित करें।
✴️✴️कंपन तब तक महसूस करें जब तक वह सिर के मुकुट तक ना पहुँचे।
✴️✴️आप इस प्रक्रिया को दो या ज़्यादा बार दोहरा सकते हैं।
✴️✴️अंतिम मंत्र जाप के बाद भी बैठे रहें और पूरे शरीर में ओम की ध्वनि की कंपन को महसूस करें – शरीर के हर एक कोशिका में महसूस करें।
♐♐तनाव होगा दूर मन को मिलेगी शांति
ओम मंत्र का जाप करते समय महज 2 से 3 मिनट के अंदर ही आपको तत्काल इसका फायदा नजर आने लगता है। आप महसूस करेंगे कि आपका मस्तिष्क हल्का होना शुरू हो जाता है और आपका शरीर ढीला होने लगता है क्योंकि हर तरह की चिंता और तनाव शरीर से बाहर निकलने लगता है। आपके हृदय की गति धीमी हो जाती है और आप आंतरिक शांति की भावना महसूस करने लगते हैं। इससे आपके शरीर को फायदें मिलते हैं।
अस्वीकरण: हमारे द्वारा बताया गया यह लेख मीडिया रिपोर्ट्स में बताई गई जानकारी के आधार पर है।