टोक्यो पैरालंपिक: भारतीय निशानेबाज अवनि लेखरा ने इतिहास रच दिया है। अवनि ने टोक्यो पैरालंपिक में आर 8 महिलाओं की 50 मीटर राइफल 3पी एसएच1 स्पर्धा में 445.9 अंकों के साथ कांस्य पदक जीता। अवनि का पैरालंपिक में यह दूसरा पदक है। इससे पहले उन्होंने 10 मीटर राइफल में स्वर्ण पदक जीता था। अवनि की जीत के बाद पीएम मोदी, गृह मंत्री समेत तमाम लोगों ने बधाई दी है। वहीं भारत का यह पैरालंपिक में12वां पदक है।
इस तरह लगाया पदक पर निशाना
स्पर्धा की शुरुआत में 19 वर्षीय अवनि भारतीय एथलीट प्रोन राउंड के समापन के बाद छठे स्थान पर खिसक गईं थीं। 30 शॉट के बाद अवनि के 303.4 अंक हो गए। एलिमिनेशन राउंड की शुरुआत में बेहतर प्रदर्शन करते हुए अवनि पांचवें स्थान पर आ गई। इसके बाद वह अगले दो दौर के अंत में बेहतर प्रदर्शन जारी रखते हुए 149.5 के स्कोर के साथ चौथे स्थान पर आ गईं। अंतिम कुछ मिनटों में, अवनि ने अपना शानदार प्रदर्शन जारी रखते हुए कांस्य पदक जीत लिया।
पैरालंपिक में दो पदक जीतने वाली पहली महिला
इस स्पर्धा का स्वर्ण पदक चीन की कुलपिंग झांग ने जीता जिन्होंने 457.9 का स्कोर किया जबकि जर्मनी की नतास्चा हिलट्रोप ने 457.1 अंक लेकर रजत पदक अपने नाम किया।
इस पदक के साथ ही अवनि एक ही ओलंपिक या पैरालंपिक खेलों में दो पदक जीतने वाली पहली महिला बन गई हैं।
तीन पदक का रिकॉर्ड जोगिंदर सिंह बेदी के नाम
भारत की तरफ से ओलंपिक या पैरालंपिक खेलों में सबसे ज्यादा तीन पदक जोगिंदर सिंह बेदी ने जीते हैं। बेदी ने 1984 लॉस एंजिल्स पैरालंपिक खेलों में एक रजत और दो कांस्य पदक जीता था। बेदी ने गोला फेंक में रजत पदक, जबकि चक्का और भाला फेंक में कांस्य पदक जीते थे।
एशियाई रिकॉर्ड के साथ प्रवीण कुमार का सिल्वर
वहीं इससे पहले टोक्यो पैरालंपिक में पुरुषों की हाई जम्प टी 44 वर्ग में प्रवीण कुमार ने सिल्वर मेडल अपने नाम किया। उनकी जीत पर पीएम मोदी ने बधाई देते हुए ट्वीट किया,” पैरालंपिक में रजत पदक जीतने पर प्रवीण कुमार पर गर्व है। यह पदक उनकी कड़ी मेहनत और अद्वितीय समर्पण का परिणाम है।उन्हें बधाई। उनके भविष्य के प्रयासों के लिए शुभकामनाएं।”
बता दें कि नोएडा के रहने वाले 18 वर्षीय प्रवीण ने 2.07 मीटर की कूद लगाई और एशियाई रिकॉर्ड के साथ रजत पदक जीता। स्पर्धा का स्वर्ण ग्रेट ब्रिटेन के ब्रूम-एडवर्ड्स जोनाथन (2.10 मीटर) ने जीता, जबकि पोलैंड के लेपियाटो मासिएजो (2.04 मीटर) ने कांस्य पदक पर कब्जा किया।
भारत का सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन
गौरतलब है कि भारत ने पैरालंपिक में अब तक 11 पदक जीत लिये हैं। भारत के खाते में अब 2 स्वर्ण, 6 रजत और 4 कांस्य पदक हैं। यह पैरालंपिक के इतिहास में भारत का सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन है। इससे पहले रियो पैरालंपिक (2016) में भारत ने 2 स्वर्ण सहित 4 पदक जीते थे।