उत्तराखंड में भारी बारिश से तबाही मची हुई है। जगह जगह भारी बारिश से हो रहें नुकसान की खबर सामने आ रही है। वहीं केदारनाथ पैदल मार्ग पर बादल फटने और भूस्खलन की घटना से काफी तबाही मची है।
बारिश ने मचाई तबाही
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक रूद्रप्रयाग के केदारनाथ पैदल मार्ग पर यह घटना हुई है। जिसमें बादल फटने और भूस्खलन की घटना के तीन दिन बाद शुक्रवार को लिनचोली में मलबे में दबे दो शव बरामद हुए हैं। जिस पर पुलिस महानिदेशक अभिनव कुमार नै रुद्रप्रयाग जिला प्रशासन के हवाले से बताया कि मृतकों की पहचान नहीं हो पाई और न ही उनकी गुमशुदगी दर्ज है। केदारनाथ मार्ग पर लिंचोली, भीमबली, गौरीकुंड समेत निचले इलाकों में पैदल व हेलीकॉप्टर से दिन में राहत बचाव कार्य जारी रहा। रात को इन इलाकों में बारिश होने से रेस्क्यू बाधित हुआ। निजी हेलीकॉप्टरों की मदद से भी यात्रियों को रेस्क्यू कर शेरसी हेलीपैड पहुंचाया गया। एनडीआरएफ एवं स्वास्थ्य विभाग द्वारा घायल तीर्थ यात्रियों का उपचार किया जा रहा है।
रेस्क्यू अभियान जारी
रिपोर्ट्स के मुताबिक केदारनाथ पैदल मार्ग पर हुई अतिवृष्टि के बाद से डेढ़ सौ से अधिक यात्रियों व कुछ स्थानीय लोगों का तीसरे दिन भी अपने परिजनों से संपर्क नहीं हो पाया है। पुलिस का कहना है कि शनिवार तक रेस्क्यू कार्य पूरा होने की उम्मीद है। इसके बाद भी यात्रियों स्थिति स्पष्ट हो सकेगी कि यात्रियों की सही जानकारी मिल सकेगी। वायुसेना के हेलिकॉप्टर के साथ ही पैदल मार्ग से भी तेजी से बचाव कार्य चल रहा है। अधिकारियों ने बताया कि शुक्रवार को 599 लोगों को हवाई मार्ग से और 2,380 को पैदल मार्ग से सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया गया।