अल्मोड़ा जिले से जुड़ी बड़ी खबर सामने आई है। 2017 से फरार चल रहे 20 हजार रुपये के इनामी माओवादी भाष्कर पांडे को पुलिस ने सोमवार को अल्मोड़ा से गिरफ्तार कर लिया है। जिसे अल्मोड़ा पुलिस और एसटीएफ उत्तराखंड के ज्वाइंट एक्शन में गिरफ्तार किया गया।
इस आंदोलन से सुर्खियों में आया था-
इनामी माओवादी भाष्कर पांडे नानीसार आंदोलन से सुर्खियों में आया था। भाष्कर पांडे की तलाश पांच सालों से तीन जिलों की एसटीएफ, इंटेलीजेंस सहित अन्य खुफिया एजेंसियां और पुलिस कर रहीं थीं। भाष्कर पांडे पर 2017 के अल्मोड़ा और नैनीताल के लोक संपत्ति अधिनियम और विधि विरुद्ध क्रियाकलाप निवारण अधिनियम के अंतर्गत मुकदमा पंजीकृत था। जिसमें यह फरार चल रहा था। भाष्कर पांडे माओवादी खीम सिंह बोरा के बाद कुमाऊं में माओवाद का सबसे मजबूत स्तंभ था।
माओवादी आंदोलनों से जुड़ी पत्रिकाएं हुई बरामद-
इस बार भी चुनाव के समय अल्मोड़ा जिले में माओवादियों की सक्रियता बढ़ने के अंदेशे को देखते हुए अल्मोड़ा एसएसपी पंकज भट्ट ने अपनी टीम को भाष्कर पांडे की तलाशी में लगाया था। जिस पर पंकज भट्ट के निर्देशन में पुलिस टीम करीब 15 दिनों से भाष्कर को पकड़ने के लिए जाल बिछा रही थी। जिसके बाद सोमवार को पुलिस ने भाष्कर पांडे को अल्मोड़ा क्षेत्र से ही गिरफ्तार कर लिया। पुलिस के अनुसार भाष्कर के पास से कुछ माओवादी परचे और माओवादी आंदोलनों से जुड़ी पत्रिकाएं बरामद हुई हैं। वही पुलिस उससे पूछताछ में जुटी है। जिसमें भाष्कर से पूछताछ के बाद पुलिस कुमाऊं में माओवादी गतिविधियों को लेकर कई बड़े राज खोल सकती है।
पुलिस टीम को इनाम की घोषणा-
वही उत्कृष्ट कार्य हेतु पुलिस महानिदेशक द्वारा पुलिस टीम को 20000 का इनाम तथा मेडल की घोषणा की गई है। डीजीपी ने कहा कि भाष्कर पांडे उत्तराखण्ड का एकमात्र इनामी माओवादी था। जो अब पुलिस की गिरफ्त में है।