नैनीताल से जुड़ी खबर सामने आई है। नैनीताल में कुमाऊँ विश्वविद्यालय नैनीताल द्वारा शोधकर्ता हेमन्त कुमार बिनवाल को शिक्षाशास्त्र विषय में पीएच.डी. कि उपाधि प्रदान की गई है।
किया यह अध्ययन
जिसमे उन्होंने अपना शोध “ए स्टडी ऑफ एप्टीट्यूड एंड लर्निंग डिफिकल्टीज इन साइंस अमंग हाई स्कूल गर्ल्स विथ रेफरेंस टू टीचर्स टीचिंग टेक्निक्स एंड स्टूडेंट्स पर्सनल बैकग्राउंड फैक्टर्स” विषय पर पूरा किया। अपने शोध में उन्होंने हाई स्कूल की छात्राओं की वैज्ञानिक अभिरुचि एवं विज्ञान विषय को सीखने में आने वाली कठिनाइयों का गहन अध्ययन किया। इस अध्ययन में शिक्षकों की शिक्षण तकनीकों तथा छात्राओं की व्यक्तिगत पारिवारिक पृष्ठभूमि की भूमिका को विशेष रूप से विश्लेषित किया गया है। यह शोधकार्य डॉ. विजया रानी ढौंडियाल (पूर्व विभागाध्यक्ष एवं संकायाध्यक्ष , शिक्षा संकाय, कुमाऊँ विश्वविद्यालय) के निर्देशन में पूर्ण हुआ। शोध की अंतिम मौखिकी परीक्षा (वाइवा) संपन्न हुई। जिसमें संयोजक प्रो. अतुल जोशी (विभागाध्यक्ष एवं संकायाध्यक्ष, शिक्षा संकाय), प्रो. रश्मि अग्रवाल (रुहेलखंड विश्वविद्यालय, बरेली, पूर्व विभागाध्यक्ष एवं संकायाध्यक्ष) ने परीक्षक के रूप में भूमिका निभाई।
दिया श्रेय
हेमन्त कुमार बिनवाल वर्तमान में राजकीय महाविद्यालय, लमगड़ा (अल्मोड़ा) में शिक्षाशास्त्र विषय के सहायक प्रोफेसर के रूप में कार्यरत हैं। अपनी इस सफलता का श्रेय उन्होंने अपने शोध निर्देशक डॉ. विजया रानी ढौंडियाल ,अपने माता-पिता रेवती बिनवाल एवं नरेश चंद्र बिनवाल को दिया।