एस एस जे विश्वविद्यालय के भूगोल विभाग के छठे सेमेस्टर के छात्र – छात्राओं ने विभाग के प्राध्यापकों के निर्देशन में 31अगस्त को मुक्तेश्वर तथा उसके समीपवर्ती क्षेत्रों में शैक्षणिक भ्रमण किया।
भू- आकृति विज्ञान विशेषज्ञ डॉ ज्योति जोशी ने विधार्थियों को जल प्रपात के बनने की प्रक्रिया समझाई
भ्रमण के दौरान विद्यार्थियों ने मुक्तेश्वर कस्बा, आई वी आर आई एवं भालू गाड़ जल प्रपात देखा और भूगोल के दृष्टिकोण से उनका विश्लेषण करने का प्रयास किया। विभाग के प्रध्यापकों ने उनका मार्गदर्शन किया। भू- आकृति विज्ञान विशेषज्ञ डॉ ज्योति जोशी ने विधार्थियों को जल प्रपात के बनने की प्रक्रिया समझाई। उन्होंने बताया कि यह नदी के द्वारा युवावस्था में बनाई जाने वाली एक प्रमुख स्थलाकृति है जो कठोर और कोमल चट्टानों के क्रम से होने के कारण बनती है।
भूगोल की विभिन्न शाखाओं की दी जानकारी
विभाग के सभी प्राध्यापकों ने विधार्थियों को भूगोल की विभिन्न शाखाओं- भू आकृति विज्ञान क्षेत्रीय भूगोल सामाजिक आर्थिक भूगोल पर्यटन भूगोल तथा मानव- पर्यावरण संबंधों के विषय में जानकारी दी।
इन सभी विषयों पर की गयी छात्र छात्राओं के साथ चर्चा
मुक्तेश्वर तथा उसके समीपवर्ती क्षेत्रों में पर्यटन की दृष्टि से कई विकास कार्य हुए हैं। इन कार्यों से जहां एक तरफ रोजगार के नए नए अवसरों की संभावनाएं दिखाई दे रही है, वहीं दूसरी ओर इस अति संवेदनशील क्षेत्र में पर्यावरण संतुलन को बनाए रखने की आवश्यकता भी है। इन सभी विषयों पर छात्र छात्राओं के साथ चर्चा की गई।
भ्रमण में मौजूद रहे
इस भ्रमण में विभागाध्यक्ष डॉ ज्योति जोशी, डॉ दीपक, डॉ अरविंद यादव, डॉ पूरन जोशी और जितेंद्र कुमार शामिल थे।