अल्मोड़ा: नगर के दर्जनों स्थानों पर भगवान राम की लीलाओं का भव्य मंचन, देर रात तक लीला का मंचन देखने के लिए डटे रहे लोग

सांस्कृतिक नगरी में रामलीला मंचन का शुभारंभ हो गया है। नगर के खत्याड़ी, कर्नाटक खोला, हुक्का क्लब, नंदादेवी, धारानौला, राजपुरा, सरकार की आली, धारानौला आदि स्थानों में दशरथ का पुत्रेष्ठि यज्ञ, सीता-राम जन्म आदि का कलाकारों ने शानदार मंचन किया।

रामलीला मंचन देखने बड़ी संख्या में लोग डटे रहे

  रामलीला देखने बड़ी संख्या में लोगों की भीड़ रही। श्री लक्ष्मी भंडार हुक्का क्लब में रावण का अत्याचार, देवगणों की ब्रहृमा विष्णु से प्रार्थना, दशरथ का पुत्रेष्ठि यज्ञ, राम और सीता जन्म आदि प्रसंगो का मंचन किया गया। उधर धारानौला में रामलीला मंचन का उद्घाटन मुख्य अतिथ होटल एसोसिएशन अध्यक्ष अरूण वर्मा, अशोक पांडे और मनोज सनवाल ने संयुक्त रूप से भगवान श्रीराम के चित्र पर सम्मुख दीप जलाकर किया। रामलीला कमेटी कर्नाटक खोला में श्री राम और सीता जन्म, रावण की तपस्या, अत्याचार, देवगण स्तुति, रावण द्वारा कैलाश पर्वत को उठाना आदि प्रासंग मंचित किये गये। इस दौरान रामलीला मंचन देखने बड़ी संख्या में लोग डटे रहे। धारानौला रामलीला कमेटी में दीपक जोशी, भूपाल मनराल, दीपक गुरुरानी, करन पांडे, राजू पांडे, जगदीश लोहनी, कमल जोशी, रमेश मेर, हर्ष कर्नाटक, राजू जोशी, आदित्य गुरुरानी, अरविंद्र, धीरू आदि रहे।

खत्याड़ी में ताड़िका वध का शानदार मंचन

अल्मोड़ा नगर से लगे ग्राम पंचायत खत्याड़ी में रामलीला मंचन शुरू हो गया। रामलीला में गौरी पूजन और ताड़िका वध का मंचन किया गया। ताड़िका वध के मंचन ने दर्शकों की खूब वाहावाही लूटी। इस दौरान बड़ी संख्या में देर रात तक लोग लीला देखने जमे रहे।

आज भी ग्रामीण क्षेत्रों में मंचित होने वाली रामलीला अपने परंपरागत स्वरूप के लिए जानी जाती है

   रामलीला मंचन का शुभारंभ मुख्य अतिथि सांसद अजय टम्टा और भाजपा प्रदेश उपाध्यक्ष कैलाश शर्मा ने संयुक्त रूप से दीप जलाकर किया। उन्होंने कहा कि आज भी ग्रामीण क्षेत्रों में मंचित होने वाली रामलीला अपने परंपरागत स्वरूप के लिए जानी जाती है। ग्रामीण क्षेत्र के बाल कलाकारों और रामलीला के पात्रों का अभिनय सराहनीय होता है। इस दौरान सांसद ने मेकप रूप से लिए सांसद निधी से दो लाख रुपये देने की घोषणा की।

ये रहे मौजूद

इस मौके पर पूर्व ज्येष्ठ प्रमुख आंनद कनवाल, बीएस मनकोटी, देब सिंह कनवाल, हर्ष कनवाल, गौरव कनवाल, पान सिंह, महेंद्र सिंह कनवाल, भूपेंद्र सिंह, पुष्कर सिंह, बसंत सिंह, दीपक, जीवन, बहादुर सिंह, हरीश नेगी आदि कमेटी के सदस्य मौजूद रहे।