उत्तराखंड दिव्यांगों के लिए स्मार्ट कार्ड बनाने में पिछड़ा, आंध्रप्रदेश को मिला पहला स्थान

आज सरकार द्वारा जनता के लिए कई योजनाएं शुरू की जा रही है। जिसमें गरीब लोगों को फायदा मिलता है। सभी राज्यों में योजनाएं चलाई जा रही है। वही दिव्यांगों को विभिन्न प्रकार की सरकारी योजनाओं का लाभ दिलाने के लिए यूनिक डिसएबिलिटी आइडेंटिटी कार्ड (यूडीआइडी) बनाने में उत्तराखंड काफी पीछे है।

चार साल में केवल 8.47 फीसद कार्ड बने-

उत्तराखंड में दिव्यांगों के लिए बीते चार साल में केवल 8.47 फीसद कार्ड ही बनाए जा सके हैं। इन स्मार्ट कार्ड से दिव्यांगों को विभिन्न सरकारी योजनाओं व पेंशन आदि का लाभ मिलता है। वही देहरादून में अभी 1.93 फीसद, उत्तरकाशी में 1.12 फीसद, नैनीताल में 20.13, हरिद्वार में 15.48 फीसद चम्पावत में 2.97, टिहरी में 4.64, यूएस नगर में 4.07,  फीसद कार्ड बने हैं।

उत्तराखंड का देश में 32वां स्थान-

जिसमें भारत सरकार के स्वावलंबन पोर्टल के आधार पर दिव्यांगों के स्मार्ट कार्ड बनाने में उत्तराखंड का देश में 32वां स्थान है। वही यूडीआडी कार्ड का लाभ दिलाने में आंध्र प्रदेश पहले स्थान पर है। जिसके बाद दूसरे नंबर पर मध्यप्रदेश और तीसरे नंबर पर अंडमान निकोबार है।