उत्तराखंड में स्थित खुबसूरत शहर जोशीमठ खतरें की जद में हैं। हालात बहुत खराब हो रहे हैं। जिससे लोग दहशत में हैं। जोशीमठ में जमीन खिसकने से जोशीमठ के करीब 600 घरों में दरार पड़ गई है। इन घरों में रहने वाले लोगों को कड़ाके की ठंड में बाहर रहना पड़ रहा है।
सुप्रीम कोर्ट में याचिका दाखिल
जिसके बाद अब यह मामला सुप्रीम कोर्ट तक पंहुच गया है। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक ज्योतिष्पीठ के जगद्गुरु शंकराचार्य अविमुक्तेश्वरानंद सरस्वती महाराज ने आज अपने अधिवक्ता अंजनी कुमार मिश्रा के माध्यम से सुप्रीम कोर्ट में याचिका दाखिल की है।
मदद की अपील
जिसमें जनता के जन माल की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए भू स्खलन, भू धंसाव, भूमि फटने जैसी घटनाओं से निपटने के लिए उसे राष्ट्रीय आपदा की श्रेणी में घोषित कर त्वरित और कारगर कदम उठाने की मांग की है। जोशीमठ के लोगों ने भी अपने जीवन और संपत्ति पर खतरे के बीच तुरंत हस्तक्षेप की अपील की है। सुप्रीम कोर्ट में दायर याचिका में जोशीमठ के लोगों को तत्काल राहत प्रदान करने के लिए उत्तराखंड के मरम्मत कार्य में सहायता की अपील की गई है।