अल्मोड़ा: स्याल्दे तहसील के टिटरी ग्राम पंचायत के गुरना गांव में जंगल गए पांच मासूम बच्चों पर लीसा डालने की घटना को बाल कल्याण समिति ने गंभीरता से लिया है। उन्होंने इस बर्बरता और निदर्यतापूर्ण कृत्य की कड़ी निंदा की है। साथ एसएसपी को पत्र लिख मामले की जांच करा दोषियों के खिलाफ कार्रवाई करने को कहा है।
मासूम बच्चों के साथ ऐसा बर्ताव किया जाना निंदनीय और शारीरिक हिंसा की श्रेणी में आता है
इस संबंध में बाल कल्याण समिति ने जिलाधिकारी और डीएलएसए को पत्र लिखा है।
समिति ने कहा है कि समाचार पत्रों और संचार माध्यमों का अवलोकन करने के पश्चात संज्ञान लिए जाने पर समिति इस कृत्य को गंभीर मानती है। पत्र में समिति ने कहा कि पांचों बच्चें नाबालिग हैं और उनके साथ ऐसा बर्ताव किया जाना निंदनीय और शारीरिक हिंसा की श्रेणी में आता है। समिति ने कहा कि नाबालिक बच्चों के साथ शारीरिक हिंसा बाल अधिकार और किशोर न्याय अधिनियम का भी उल्लंघन भी है।
बच्चों के साथ किया गया दुर्व्यवहार निंदनीय
बाल कल्याण समिति के अध्यक्ष रघु तिवारी ने कहा कि बच्चों के साथ जो दुर्व्यवहार किया गया है वह निंदनीय है। ऐसी घटनाओं को बर्दास्त नहीं किया जाना चाहिए और प्रशासन को भी ऐसे मामलों को गंभीरता से लेना होगा ताकि बालहित में एक सौहार्दपूर्ण वातावरण का निर्माण किया जा सके।