अल्मोड़ा से जुड़ी खबर सामने आई है। अल्मोड़ा के मौलेखाल में चौकोट घाटी का स्याल्दे क्षेत्र कभी उपजाऊ खेती के लिए काफी प्रसिद्ध था।
किसानों ने लिया यह निर्णय
लेकिन अब आवारा जानवरों की वजह से लोगों को काफी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है। मिली जानकारी के अनुसार यहां आठ गांवों के लोगों ने ऐलान कर दिया है कि जब तक लावारिस पशुओं को गौ-सदनों में नहीं भेजा जाएगा वे बुआई नहीं करेंगे। जिसमें क्षेत्र के तिमली, पैठाना, जसपुर, भाकुड़ा, तामाढौन, कैहड़गांव, खटलगांव के किसानों ने लावारिस जानवरों को गो सदन न भेजे जाने पर बुआई न करने का निर्णय लिया है।
खेती से चलती है किसानों की आजीविका
किसानों ने कहा है कि खेती से ही क्षेत्र के किसानों की आजीविका चलती है। वर्तमान में पूरे क्षेत्र में लावारिस जानवरों की समस्या है जो किसानों की मेहनत बर्बाद कर रहे हैं। कहा कि लावारिस जानवर हर सीजन में फसलों को चौपट कर रहे हैं। इन हालातों में किसानों का खेती करना मुश्किल हो गया है। जिस पर बताया कि जब तक इन्हें गो सदन नहीं भेजा जाता, हम बुआई नहीं करेंगे।