अल्मोड़ा: देवभूमि मां शारदे लोक कला समिति गोलना करड़िया ने किया पारंपरिक होली महोत्सव 2024 का भव्य आयोजन

अल्मोड़ा से जुड़ी खबर सामने आई है। देवभूमि मां शारदे लोक कला समिति गोलना करड़िया अल्मोड़ा द्वारा पारंपरिक होली महोत्सव 2024 का भव्य आयोजन किया गया।

यह रहें मुख्य अतिथि

जिसमें मुख्य अतिथि के तौर पर पूर्व दर्जा राज्य मंत्री बिट्टू कर्नाटक रहें। उन्होंने अपने संबोधन में कहा कि होली जैसे आयोजन जहा लुप्त हो रहे हैं। वहीं लोक संस्कृति उजागर होगी। आपसी प्रेम भाव बढ़ेगा। अल्मोड़ा की बैठक होली एवं चीनाखान की चीर की होली वही काली कुमाऊं की खड़ी होली का अपना महत्व है।

अलौकिक है अल्मोड़ा की सांस्कृतिक विरासत

अतिविशिष्ट अतिथि के रूप मे पूर्व नगर पालिका अध्यक्ष शोभा जोशी ने अपने संबोधन में सभी होलियारों को बधाई दी एवं अल्मोड़ा के सांस्कृतिक विरासत पर कहा कि यह अलौकिक है। वहीं विशिष्ट अतिथि के रूप में गीता मेहरा एवं मीना भैसोड़ा ने आयोजन समिति को बधाई दी। समिति के निदेशक प्रख्यात लोक गायक गोपाल सिंह चम्याल ने मुख्य अतिथि कर्नाटक का डॉO बृजेश डसिला, दयानंद के द्वारा संयुक्त रूप से मल्यापन एवं शोल ओढ़ाकर सम्मानित किया गया। समिति के निदेशक चम्याल द्वारा मुख्य अतिथि को प्रतीक चिन्ह के रूप में जागेश्वर धाम की फोटो सुप्रीम भेट की गई। वहीं अति विशिष्ट  अतिथि शोभा जोशी एवं विशिष्ट अतिथि गीता मेहरा मीना भैसोड़ा का भी माल्यार्पण एवं शोल उड़ाकर सम्मानित किया गया।

यह रहें उपस्थित

कार्यक्रम में जोहर सांस्कृतिक समिति खातयाड़ी, महिला समिति सरसों मां नंदा सर्वदलीय समिति, महिला समिति गोलनाकड़िया, सोनू आर्या एवं साथी ग्राम मालता लमगड़ा, एवं देवभूमि मां शारदे लोक कला समिति के कलाकारों ने होली में समा बांध दिया। समिति के सचिव रेखा चम्याल ने सभी होली के टीम लीडरों को सम्मानित किया। कार्यक्रम में नगर व्यापार मंडल के पूर्व उपाध्यक्ष प्रतेश पांडे, रितेश पांडे नगर व्यापार मंडल के पूर्व उप सचिव अमन नौजोन, नगर व्यापार मंडल के उप सचिव अश्विनी नेगी, ग्राम प्रधान हंस मार्तोलिया इंदिरा, गीता रावत, गीता देवी, लोक गायिका शीला पंत, हिमानी शैली सोबन सिंह जीना विश्वविद्यालय अल्मोड़ा की छात्र संघ उपाध्यक्ष दीक्षा सुयाल, सुंदर राम लोक गायक पूरन पहाड़ी, प्रकाश टम्टा, मदन मोहन, मनीष आर्या, राधा राजपूत, गीता पांडे, भगवती पांडे, गंगा पांडे, किरन शाह, गंगा  खोलिया, तारा चौहान, दयानंद कथायत सामाजिक कार्यकर्ता चंपा सुयाल आदि उपस्थित रहें। कार्यक्रम का संचालन गोपाल सिंह चम्याल ने किया।