अल्मोड़ा से जुड़ी खबर सामने आई है। अल्मोड़ा में बुधवार को विश्व पर्यावरण दिवस पर एसएसजे परिसर के जीआईएस व रिमोट सेंसिंग विभाग में एक कार्यक्रम आयोजित हुआ।
नवीन तकनीकों को पाठ्यक्रम में शामिल किया जाएगा- कुलपति
इस कार्यक्रम में कार्यक्रम में विशेषज्ञों ने कई पर्यावरणीय मुद्दों पर बात की। वीपीकेएएस के वैज्ञानिक डॉ मनोज कुमार ने ड्रोन तकनीक से वनाग्नि रोकने के उपायों के बारे में बताया। कहा कि इससे जंगलों की स्थिति, मानचित्र, आंकड़ों का संकलन किया जा सकता है। उन्होंने जिओ इंफॉर्मेटिक्स साइंस तकनीक पर भी बात की। इस मौके पर सलाहकार व विजिटिंग प्रोफेसर एनआरडीएमएस केंद्र एसएसजे विवि के प्रो. जीवन सिंह रावत ने कहा कि ड्रोन एक नवीन तकनीक है। इससे जमीन, जल आदि का बारिकी से अध्ययन किया जा सकता है। कुलपति प्रो. सतपाल सिंह बिष्ट ने नवीन तकनीकों को पाठ्यक्रम में शामिल करने की बात कही।
रहे मौजूद
इस कार्यक्रम में प्रो. अनिल कुमार यादव, जीआईएस व रिमोट सेंसिंग के निदेशक डॉ दीपक, डॉ सरिता पालनी, डॉ हिमानी बिष्ट, डॉ ललित जोशी, मनोज, दीक्षिता, ललित सिंह, निशा टम्टा आदि लोग मौजूद रहें।