अल्मोड़ा: इस दिन द्वाराहाट पंहुचेगी गोल्ज्यू संदेश यात्रा, संस्कृति, परंपराओं और पौराणिक धरोहर से जोड़ना है खास उद्देश्य

अल्मोड़ा से जुड़ी खबर सामने आई है। गोल्ज्यू संदेश यात्रा चार नवंबर को चंपावत से शुरू हुई और 24 नवंबर को समाप्त होगी। यात्रा चम्पावत से शुरू होकर कुमाऊं और गढ़वाल के विभिन्न नगरों से गुजरती है और पुनः चम्पावत में समाप्त होती है। इस यात्रा का मुख्य उद्देश्य उत्तराखंड के लोगों को अपनी संस्कृति, परंपराओं और पौराणिक धरोहर से जोड़ना है।

गोल्ज्यू संदेश यात्रा

मिली जानकारी के अनुसार यह यात्रा 21 नवम्बर को बग्वालीपोखर होते हुए द्वाराहाट पहुंचेगी। क्षेत्र में यात्रा का भव्य स्वागत किया जाएगा। बताया कि 20 नवम्बर को सोमेश्वर होकर बिंता पहुंचेगी। इसके बाद श्रद्धालु उदयपुर मंदिर के लिए पैदल प्रस्थान करेंगे। रात में उदयपुर मंदिर में पूजा-अर्चना के बाद 21 को बग्वालीपोखर होकर द्वाराहाट पहुंचेगी। रानीखेत रोड घटगाड़ से पूजाखेत स्थित गोल्ज्यू मंदिर में स्थानीय लोगों की ओर से यात्रा का स्वागत किया जाएगा। ढोल-नगाड़े और वाद्य यंत्रों के साथ शोभा यात्रा बदरीनाथ मंदिर, मृत्युंजय मंदिर, कुलदेवी मंदिर, हनुमान मंदिर, हुल्का देवी माता, शीतला माता में पूजा के बाद कालीखोली स्थित गोल्ज्यू मंदिर पहुंचेगी। गुरु गोरखनाथ की धूनी में पूजा-अर्चना के बाद यात्रा रानीखेत के लिए प्रस्थान करेगी। इसके बाद यात्रा चिलियानौला गोल्ज्यू मंदिर होकर ताड़ीखेत गोल्ज्यू मंदिर जाएगी। चमड़खान के गोल्ज्यू दरबार में यात्रा का भव्य स्वागत किया जाएगा।