अल्मोड़ा में गर्भवतियों के लिए राहत की खबर है। अब उन्हें अल्ट्रासाउंड के लिए अस्पताल पहुंचाने को निःशुल्क सेवा शुरू हो गई है। खुशियों की सवारी में गर्भवती महिलाओं को अस्पताल लाने, ले जाने के लिए निःशुल्क सेवा दी जा रही है। अब तक जिले भर की 600 से अधिक महिलाएं इस सेवा का लाभ ले चुकी हैं। गर्भवती महिलाएं इस सेवा का लाभ लेने के लिए आशा के माध्यम से संपर्क कर सकतीं हैं।
निःशुल्क सेवा शुरू होने से गर्वतियों को अस्पताल पहुंचने में हो रही आसानी:
पर्वतीय जिलों में रेडियोलॉजिस्ट की कमी के चलते अल्ट्रासाउंड के लिए महिलाओं को दिक्कतों का सामना करना पड़ता है। सीएचसी पीएचसी में सुविधा नहीं होने से महिलाओं को जिला मुख्यालय की दौड़ लगानी पड़ती है। ऐसे में कई बार महिलाओं को वाहन बुक कराकर अस्पताल पहुंचना पड़ता है। कई बार अल्ट्रासाउंड नहीं होने से महिलाओं को बैरंग भी लौटना पड़ता है। इससे आर्थिक बोझ बढ़ता है। जबकि कई बार वाहन नहीं मिलने महिलाओं को भारी परेशानी झेलनी पड़ती थी। अब इधर गर्भवतियों को अल्ट्रासाउंड के लिए अस्पताल लाने, ले जाने का निःशुल्क काम खुशियों की सवारी के माध्यम से किया जा रहा है। जिससे खासकर दूरस्थ क्षेत्र की महिलाओं को काफी राहत मिल रही है।
अभी तक 500 से अधिक महिलाएं ले चुकी हैं लाभ
खुशियों की सवारी के चालक मान ने बताया कि अब तक 500 से अधिक महिलाओं को अस्पताल लाने ले जाने का काम किया जा चुका है।
खुशियों के सवारी में अस्पताल लाने ले जाने का किया जा रहा काम
लोकेश जोशी, जिला प्रभारी ने बताया की खुशियों की सवारी के माध्यम से गर्भवती महिलाओं को अल्ट्रासाउंड के लिए अस्पताल लाने और ले जाने की निशुल्क सेवा दी जा रही है। गर्भवती महिलाएं आशा के माध्यम से या 102 टॉल फ्री नंबर पर कॉल कर सेवा का लाभ ले सकती हैं।