वरिष्ठ कांग्रेसी नेता /पूर्व उपाध्यक्ष एन.आर.एच.एम. बिट्टू कर्नाटक का शिक्षकों,छात्र/छात्राओं को शिक्षा के प्रति प्रोत्साहित करने के लिये सम्मान कार्यक्रम लगातार जारी है । शिक्षकों/कर्मचारियों को कोरोना काल में शिक्षा के क्षेत्र में दिये गये योगदान तथा छात्र/छात्राओं द्वारा विद्यालय बन्द होने के बावजूद भी आन-लाईन शिक्षा के लिये कठोर मेहनत किये जाने पर उनके मनोबल को बढाने तथा उन्हें प्रेरित करने के लिये उन्हें सम्मानित किया जा रहा है । सम्मान समारोह के आज के चरण में रैमजे इन्टर कालेज अल्मोडा के 75 शिक्षकों/कर्मचारियों तथा मेधावी विद्यार्थियों को सम्मानित किये जाने के लिये कार्यक्रम आहूत किया गया । कार्यक्रम को प्रारम्भ करते हुये श्री कर्नाटक ने सभी शिक्षकों /कर्मचारियों तथा छात्रों का स्वागत, अभिनन्दन किया । तद्पश्चात उनके द्वारा शिक्षकों /कर्मचारियों को अंगवस्त्र व प्रतीक चिन्ह भेंट किये तथा बोर्ड परीक्षा के मेधावी छात्रों को मेडल ,अंगवस्त्र एवं प्रतीक चिन्ह प्रदान कर उनका सम्मान किया ।
शिक्षकों ने विद्यार्थियों की शिक्षा के लिये बहुत बडा त्याग व मेहनत की है
श्री कर्नाटक ने अपने सम्बोधन में कहा कि कोरोना महामारी में शिक्षकों ने विद्यार्थियों की शिक्षा के लिये बहुत बडा त्याग व मेहनत की है और छात्रों की शिक्षा प्रभावित न हो इसे देखते हुये आन-लाईन माध्यम से शिक्षण कार्य जारी रखा जिसके लिये वे बधाई के पात्र हैं । उन्होंने कहा कि शिक्षक ही छात्रों के भविष्य निर्माता हैं जिसे दृष्टिगत रखने हुये गुरूजनों ने शिक्षा के साथ-साथ अन्य सहपाठ्यक्रम गतिविधियों में छात्रों को प्रतिभाग कराकर उनमें नैतिक मूल्यों की समझ विकसित की है और उनका मार्गदर्शन कर सही रास्ते पर चलने के लिये प्रोत्साहित किया है । श्री कर्नाटक ने यह भी कहा कि गुरूजन शिक्षण के साथ-साथ विद्यार्थियों के चरित्र का निर्माण करने के साथ ही उनमें अच्छे नैतिक मूल्यों और आदर्शो का विकास भी करते हैं । छात्रों को शिक्षित करने मेें शिक्षकों की महत्वपूर्ण भूमिका होती है । शिक्षक मात्र पढाने तक ही सीमित नहीं रहते अपितु छात्रों को उचित निर्देशन प्रदान करना,विद्यार्थियों की भावनाओं को समझना,सामाजिक वातावरण का निर्माण करना,विभिन्न पाठ्य सहगामी क्रियाओं का संचालन आदि महत्वपूर्ण कार्य भी करते हैं । शिक्षक ही छात्रों को अच्छी शिक्षा देकर शिक्षित करते हैं तथा उनमें सद्गुणों का विकास कर उन्हें श्रेष्ठ व आदर्श बनाते हैं जिसके लिये वे स्वयं गुरूजनों को कोटि-कोटि प्रणाम करते हैं ।
छात्रों ने आन-लाईन माध्यम या अन्य सम्भव माध्यम से अपनी पढाई जारी रखी
उन्होंने छात्रों को सम्बोधित संवाद में कहा कि कोरोना काल में विद्यालयों के बन्द होने के कारण पढाई अत्यन्त बाधित हुई है । छात्रों ने आन-लाईन माध्यम या अन्य सम्भव माध्यम से अपनी पढाई जारी रखी और बोर्ड परीक्षा में अच्छे अंक प्राप्त कर अपना एक विशेष स्थान बनाया है जो अत्यन्त प्रशंसा के योग्य है जिसके लिये वे बधाई के पात्र हैं । कोरोना काल में मेहनत कर सफलता अर्जित करने में छात्राओं की कडी मेहनत दिखाई दी। श्री कर्नाटक ने कहा कि पढाई के प्रति छात्रों का मनोबल बढाने तथा आगामी विभिन्न प्रतियोगी परीक्षाओं में और अधिक श्रेष्ठ मुकान हासिल करने के उद्देश्य से यह सम्मान कार्यक्रम आयोजित किया गया है । रैमजे इन्टर कालेज के प्रधानाचार्य /शिक्षकों द्वारा पुष्प गुच्छ भेंट कर श्री कर्नाटक का स्वागत किया तथा अपने वक्तव्य में प्रधानाचार्य ने कहा कि इस सम्मान समारोह से सभी शिक्षक/कर्मचारी तथा छात्र अति उत्साहित हैं ।
अशासकीय विद्यालयों को ऐसा सम्मान प्राप्त नहीं हुआ है
श्री कर्नाटक जी की सराहनीय पहल से अशासकीय विद्यालयों में ऐसे सम्मान कार्यक्रम आयोजित किये जा रहे हैं जबकि इससे पूर्व किसी सम्मानित जनों से अशासकीय विद्यालयों को ऐसा सम्मान प्राप्त नहीं हुआ है । वे अपने पूरे विद्यालय परिवार की ओर से इस सम्मान समारोह की भूरि-भूरि प्रशंसा करते हैं तथा श्री कर्नाटक जी को धन्यबाद देते हुये उनका आभार व्यक्त करते हैं । उन्होंने छात्रों को सम्बोधित करते हुये कहा कि सम्मान के रूप में प्राप्त ट्राफी को आप सुरक्षित रखें यह आपको प्रेरणा देगी और आपके मनोबल को बढायेगी । प्रधानाचार्य ने श्री कर्नाटक के उज्जवल भविष्य की कामना करते हुये कहा कि वे सामाजिक कार्यो में बढ़़-चढ़ कर भागीदारी करने के साथ ही निःस्वार्थ भाव से जन सेवा में लगे हुये हैं ,जो समाज को एक नई दिशा देगा ।
यह लोग रहे उपस्थित
इस अवसर पर मुख्य रूप हर्षिता तिवारी , ग्राम प्रधान मटेला अधार गौरव काण्डपाल, रोहित शैली महासचिव उत्तराखण्ड अनुसूचित जाति प्रकोष्ठ,डा.करन कर्नाटक,हेम चन्द्र जोशी,किरन कोरंगा,अंजलि राठौर,सुनीता बगडवाल,एन.सी.जोशी,प्रकाश मेहता, धीरज बिष्ट,रोहित बिष्ट आदि उपस्थित थे । कार्यक्रम का संचालन रश्मि काण्डपाल द्वारा किया गया ।