अल्मोड़ा जिले से जुड़ी खबर सामने आई है। जिले की जागेश्वर विधानसभा के लमगड़ा में अतिक्रमण चिन्हीकरण के विरोध में लोगों का गुस्सा फूट पड़ा। सैकड़ों की तादाद में लोगों ने महापंचायत सर्वदलीय संघर्ष समिति लमगड़ा के तत्वावधान में अतिक्रमण चिन्हीकरण के विरोध में जोरदार प्रदर्शन करते हुए लमगड़ा बाजार में जुलूस निकाला तथा सभा की। सभा के पश्चात् उपजिलाधिकारी के माध्यम से महामहिम राज्यपाल को ज्ञापन भी प्रेषित किया गया।
चिन्हीकरण से सैकड़ों लोगों के भवन ध्वस्त होने और बेरोजगार होने की बन रही है स्थिति -गोविंद सिंह कुंजवाल
इस अवसर पर सभा को सम्बोधित करते हुए पूर्व विधानसभा अध्यक्ष गोविंद सिंह कुंजवाल ने कहा कि विगत दिनों जनभावनाओं की अनदेखी करते हुए लोक निर्माण विभाग ने विकासखण्ड लमगड़ा, शहरफाटक, मोतियापाथर, छड़ौजा, सुवाखान, जैंती, भनोली के अलावा भी सड़कों के किनारे, दुकानों, भवनों, सरकारी संस्थानों आदि में चिन्हीकरण का कार्य किया जा रहा है जिससे पूरे क्षेत्र के लोगों में डर का माहौल है। कई परिवारों को अपने अपने आवासीय भवन, दुकानें टूटने का भय सता रहा है और बेरोजगार होने की चिन्ता भी सताए जा रही है। इस क्षेत्र में दुकानों के अलावा अन्य कोई रोजगार का साधन नहीं है यह सबसे बड़ी चिन्ता का विषय बना हुआ है। उन्होंने कहा कि भवन स्वामियों के द्वारा अधिकांश भवनों का निर्माण बैंक से ॠण लेकर किया गया है। चिन्हीकरण से सबके अन्दर भय बैठ गया है कि यदि भवन टूटते हैं तो वे बैंक के लोन की किस्त तक कहां से देंगे। इस चिन्हीकरण से सैकड़ों लोगों के भवन ध्वस्त होने और बेरोजगार होने की स्थिति पैदा हो रही है। उन्होंने कहा कि प्रदेश सरकार को इसमें अविलम्ब पहल करनी चाहिए तथा विधेयक लाकर तत्काल इस कार्यवाही पर रोक लगाकर लोगों को राहत देनी चाहिए।
जल्द चिन्हीकरण की कार्यवाही को नहीं रोका गया तो हजारों की संख्या में लोग सड़कों पर उतरकर आन्दोलन को होंगे बाध्य
महापंचायत सर्वदलीय संघर्ष समिति लमगड़ा के अध्यक्ष गिरीश चन्द्र बुधानी ने कहा कि समस्त जनता लोक निर्माण विभाग की इस कार्यवाही का विरोध करती है तथा जनहित में इस लड़ाई को सड़क से लेकर सदन/न्यायालय तक लड़ने का कार्य करेगी। इलाके के सामाजिक कार्यकर्ता एवं समिति के महामंत्री दीवान सिंह सतवाल ने कड़े शब्दों में कहा कि अब बात जनता के आशियाने टूटने और रोजी रोटी छिनने तक आ गयी है जिसे किसी भी सूरत में बर्दाश्त नहीं किया जाएगा और इसका व्यापक विरोध किया जाएगा। उन्होंने कहा कि नियम जनता की भलाई के लिए होते हैं ना कि उनके घर परिवार उजाड़ने के लिए। उन्होंने कहा कि आज तो सैकड़ों की संख्या में रैली निकालकर मात्र अपना विरोध दर्ज किया गया है।यदि अविलम्ब चिन्हीकरण की कार्यवाही को नहीं रोका गया तो हजारों की संख्या में लोग सड़कों पर उतरकर आन्दोलन को बाध्य होंगे।
उपस्थित रहे
जुलूस/प्रदर्शन में पूर्व विधानसभा अध्यक्ष गोविंद सिंह कुंजवाल,गिरीश बुधानी,दीवान सतवाल,इन्द्र सिंह, गोविंद सिंह,मनोज बजेगा,कैलाश चंद्र बजेठा, शिवराज सिंह, भगवत सिंह, केशव आर्य,लक्ष्मी दत्त, दयाकिशन, शेखर सिंह, हिमांशु शर्मा, नरसिंह बिष्ट, पूरन सिंह बिष्ट, बबलू बोरा, गोविंद बोरा,विपिन सनवाल,नीरज मेलकानी,रमेश चंद्र बजेठा,चंदन कुमाऊंनी,टीकम बजेठा, हरीश बहुगुणा, जगदीश चंद्र जोशी, जगदीश चंद्र पांडे, ललित बिष्ट,दिनेश चंद्र पांडे,आनंद सिंह, गिरीश चंद्र, मोहन सिंह नगरकोटी, त्रिलोक सिंह, हरिश्चंद्र बजेठा,केशव पांडे,लीलाधर, पार्वती, आनंद सिंह,गोपाल सिंह,रमेश चंद्र जोशी,दीवान सिंह, आनंद सिंह बिष्ट, दीपक चंद्र गुणवंत,महिपाल प्रसाद, प्रेम सिंह,महेश सिंह, कैलाश चंद्र बजेठा,गणेश चंद्र बजेठा, राधाकृष्ण, गिरीश चंद्र,जीवन चंद्र,भुवन चंद्र,तारा मेलकानी, मानसिंह, महेश शर्मा, सुरेश सिंह, रमेश मेलकानी, राजेंद्र सिंह फर्त्याल सहित सैंकड़ों लोग उपस्थित रहे।