अल्मोड़ा: लक्ष्मण सिंह गैलाकोटी बने स्वरोजगार की मिसाल, ‘देव महिमा हैण्डलूम’ नाम से स्थापित किया उद्यम

अल्मोड़ा से जुड़ी खबर सामने आई है। अल्मोड़ा में स्वरोजगार की खास मिसाल पेश की गई है। अल्मोड़ा में मुख्य विकास अधिकारी  के निर्देशन में कई युवाओं ने अपने गृह क्षेत्र में स्थानीय एवं अन्य संसाधनों के सहयोग से न सिर्फ स्वयं के लिये रोजगार तलाशा है वरन अन्य लोगो को भी प्रत्यक्ष व परोक्ष रुप से रोजगार देने का काम किया है।

सकारात्मक परिणाम

लक्ष्मण सिंह गैलाकोटी की कर्मठता एवं जिला स्तरीय अधिकारियों तथा सरकार द्वारा संचालित विभिन्न विकासात्मक योजनाओं के उचित समन्वय एवं ससमय क्रियान्वयन का सकारात्मक परिणाम है।

विभिन्न सरकारी परियोजनाओं के साथ कार्य करते हुए सीखा कार्य और बढ़ाया कौशल

इस संबंध में लक्ष्मण बताते हैं कि उन्होंने रोजगार की तलाश में इधर-उधर न भटकते हुए स्वयं के रोजगार संचालित करने की ठानी। इस हेतु प्रारम्भिक चरण में इनके द्वारा विभिन्न सरकारी परियोजनाओं के साथ कार्य करते हुए इस कार्य को सीखा और अपने कौशल को बढाया।
शुरुआत में  लक्ष्मण सिंह को कई तरह की चुनौतियों  (वित्त व्यवस्था, लूम स्थापना हेतु उचित स्थान, सरकारी योजनाओं की सही जानकारी, उद्यम स्थापना हेतु आवश्यक विभिन्न औपचारिकताओं) ने निराश करने का प्रयास किया किन्तु इनकी कर्मठता एवं जिला स्तरीय सहयोग के सामने चुनौतियां खुद ही घुटने टेकने को मजबूर हो गयी। समय के साथ अपने कौशल एवं ज्ञान को बढ़ाते हुए  लक्ष्मण सिंह द्वारा वर्तमान में अल्मोड़ा-पिथौरागढ़ मोटर मार्ग में पेटशाल नामक ग्राम में सड़क किनारे अपना उद्यम ‘देव महिमा हैण्डलूम’ नाम से स्थापित किया है।

महिलाओं को विभिन्न क्षेत्रों में प्रदान किया रोजगार

इस उद्यम के माध्यम से लक्ष्मण सिंह द्वारा पांच अन्य स्थानीय महिलाओं को विभिन्न क्षेत्रों में रोजगार प्रदान किया गया है। इन महिलाओं के लिए लक्ष्मण सिंह के साथ कार्य करना इनके बहुमुखी विकास का अवसर लेकर आया। लक्ष्मण ने न सिर्फ इन महिलाओं को एक कार्मिक की तरह देखा वरन् इनके कौशल को विभिन्न क्षेत्रों में बढ़ाने का कार्य किया। इससे इन महिलाओं की सामाजिक एवं आर्थिक दोनों ही स्थितियों में सुधार आया है।

बताया खास उद्देश्य

वर्तमान में मुख्य विकास अधिकारी आकांक्षा कोण्डे, जिनका फोकस विशेष रुप से ग्रामीण आजिविका को प्रोत्साहित करना है उनके निर्देशन में मुख्य रुप से रीप (ग्रामीण उद्यम वेज वृद्धि परियोजना) ने भागीदारी निभाई । इसके अतिरिक्त मुख्य विकास अधिकारी  ने लक्ष्मण सिंह के इस उद्यम के प्रचार प्रसार हेतु रुरल बिजनेस इन्क्यूबेटर को आदेशित किया जिसका अब प्रमाण दिखने लगा है।

बेहतर आय का मिलेगा लाभ

लक्ष्मण सिंह का उद्यम ‘देव महिमा हैण्डलूम’ का वार्षिक कारोबार अब लगभग रू. 12 से 14 लाख प्रतिवर्ष का है। लक्ष्मण बताते हैं कि इस कार्य को और अधिक विस्तार देने की कार्ययोजना में भी उनके द्वारा कार्य किया जा रहा है  जिस पर जिले स्तर से हर सम्भव सहायता देने के लिए मुख्य विकास अधिकारी द्वारा आश्वासन दिया है ।  लक्ष्मण कहते है कि कार्य के विस्तार होने से अधिक से अधिक लोगों को रोजगार प्रदान किया जा सकेगा एवं स्वयं भी बेहतर आय अर्जित की जा सकेगी।