अल्मोड़ा:”खेल -कूद का लो संकल्प,स्वस्थ्य रहने का यही विकल्प”

विधानसभा अल्मोडा के युवाओं को नशे से दूर रखने तथा युवाओं/महिलाओं व बालिकाओं को शारीरिक दक्षता के खेलों से जोड़ने के प्रयास के तहत वरिष्ठ कांग्रेसी नेता/पूर्व दर्जा मंत्री बिट्टू कर्नाटक की सहयोगी टीमों द्वारा  विधानसभा अल्मोडा में निरन्तर जागरूकता अभियान चलाया जा रहा है तथा विभिन्न प्रकार की खेल सामग्री वितरित की जा रही है । इसी के तहत सहयोगी टीम द्वारा  ग्राम सभा बर्शिमी (लोधिया ) में एक कार्यक्रम आयोजित कर ग्रामीण क्षेत्र की महिलाओं/बालिकाओं को खेलों से जोडने के लिये बैटमिन्टन व वालीवाल किट उपलब्ध कराये । विधानसभा अल्मोडा में लम्बे समय से जारी रखी गयी मुहिम ”खेल -कूद का लो संकल्प,स्वस्थ्य रहने का यही विकल्प”के अन्तर्गत श्री कर्नाटक की सहयोगी टीमें द्वारा महिलाओं/बालिकाओं को खेलों के प्रति जागरूक करते हुये खेल सामग्री उपलब्ध करायी जा रही है । सहयोगी टीमें प्रतिदिन ग्राम सभाओं/तोकों में जाकर लोगों को खेलों के प्रति सचेत करते हुये कह रहे हैं कि ”तरह तरह के खेलों का लोगों के बीच करो प्रचार, क्योंकि ये शरीर के भीतर करते हैं शक्ति का संचार“ । 

शारीरिक और मानसिक विकास हेतु खेलों को अपनाए-

कार्यक्रम को सम्बोधित करते हुये सहयोगी टीमों ने श्री कर्नाटक  के विचारों से महिलाओं/बालिकाओं को अवगत कराते हुये कहा कि उन्हें घरेलू कार्यो तथा शिक्षा के अतिरिक्त शारीरिक और मानसिक विकास हेतु खेलों को अपनाना चाहिये ,क्योंकि स्वस्थ शरीर और दिमाग को विकसित करने के लिये खेल महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं । खेल ही वह बेहतर माध्यम है जो घरेलू कार्यो और शिक्षा अर्जन में आने वाले तनाव को दूर करने के साथ ही साहस ,आत्म-विश्वास , अनुशासन,एकता,त्वरित निर्णय लेने की क्षमता,जोखिम उठाने जैसे गुण उत्पन्न करते हैं ।       
               
खेल गतिविधियों को बढ़ावा देने की आवश्यकता-

श्री कर्नाटक के सुझावों को रखते हुये उन्होंने कहा कि युवाओं और बालिकाओं दोनों के लिये खेल गतिविधियों को बढ़ावा देने की आवश्यकता है । बालिकाओं के शारीरिक/मानसिक विकास हेतु उन्हें शारीरिक दक्षता के खेलों से जोड़ने का निरन्तर प्रयास किया जाना चाहिये । क्योंकि शारीरिक दक्षता के खेलों से युवा/बालिकायें शारीरिक रूप से मजबूत होकर विभिन्न खेल प्रतियोगिताओं में अच्छा प्रदर्शन कर अपने माता- पिता व देश के गौरव को बढ़ा कर उच्च सम्मान प्राप्त कर सकते हैं । अतः शारीरिक दक्षता के खेलों में लगातार प्रतिभाग करना चाहिये । युवाओं को नशे के भटकाव के मार्ग पर जाने से बचाने और शरीर को तंदुरूस्त एवं स्वस्थ बनाने के लिये हमारे जीवन में खेलों का महत्व बढ़ जाता है । अभिभावकों की जिम्मेदारी है कि वे अपने स्तर से युवाअें/बालिकाओं तथा बच्चों को खेलों से जोड़ने के लिये प्रोत्साहित करें ।
          
यह लोग रहें उपस्थित-

इस अवसर पर मुख्य रूप से देवकी देबी,सरोज मटेला,पदमा लटवाल,रमा देबी,बन्दना जोशी,रश्मि काण्डपाल,दिव्या पाटनी,किरन कोरंगा,हर्षिता तिवारी,डा.करन कर्नाटक,हेम चन्द्र जोशी तथा ग्रामीण क्षेत्र की महिलायें/बालिकायें उपस्थित रही।