रानीखेत से जुड़ी खबर सामने आई है। यहां पर्यटन नगरी के प्राकृतिक सौंदर्य से लबरेज तथा पर्यटन की रीढ़ गोल्फ मैदान को सैलानियों और आम लोगों के लिए खोले जाने को लेकर संघर्ष तेज हो गया है।
जिलाधिकारी ने दिया आश्वासन-
इस संबंध में कैंट बोर्ड और व्यापार मंडल रानीखेत के जप्रतिनिधियों के शिष्टमंडल ने अल्मोड़ा में जिलाधिकारी वंदना सिंह से मुलाकात की। जिसमें नगर की विभिन्न समस्याओं से भी अवगत कराया गया। डीएम ने गोल्फ को खोलने के लिए उचित कार्रवाई करने का आश्वासन दिया। साथ ही कहा कि रानी झील और भालूडैम को अमृत सरोवर के तेहत धन आवंटित किया जाएगा।
जिलाधिकारी को कराया अवगत-
शिष्टमंडल ने जिलाधिकारी को अवगत कराया कि पर्यटक नगरी रानीखेत के प्रमुख आकर्षण और पर्यटन के आधार गोल्फ मैदान को सेना द्वारा आम लोगों के लिए बंद कर दिए जाने से पर्यटक निराश हो रहे हैं तथा रानीखेत में ठहरे बिना वापस लौट रहे हैं। इससे रानीखेत का व्यवसाय भी बुरी तरह प्रभावित हो चला है। पूर्व कैंट बोर्ड उपाध्यक्ष हेम चंद्र चौधरी ने जिलाधिकारी को अवगत कराया कि सेना ने गोल्फ ग्राउंड के दक्षिणी छोर को पर्यटकों, आम लोगों के लिए खोलने कि बात राष्ट्रपति को जारी एक एक पत्र में कही है। लेकिन इसके बावजूद मैदान को नहीं खोला जा रहा है। इसके अलावा शिष्टमंडल ने कलिका में प्रस्तावित मिनी अभ्यारण्य निर्माण, रानी झील, भालू डैम, आशियाना पार्क के सौंदर्यीकरण, हाईटेक शौचालय, एनसीसी मैदान को स्टेडियम के रूप में विकसित किए जाने आदि मांग भी रखीं। रानी झील व भालू डैम का विधिवत प्रस्ताव तैयार होने पर अमृत सरोवर योजना के तहत धन आवंटन करने का भरोसा दिलाया। बाद में शिष्टमंडल इस संबंध में जिला पर्यटन अधिकारी से भी मिला।
यह लोग रहें मौजूद-
शिष्टमंडल में जिला पर्यटन सालगकर समिति सदस्य और कैंट बोर्ड के नामित सदस्य मोहन नेगी, व्यापर मंडल अध्यक्ष मनीष चौधरी, पूर्व उपाध्यक्ष हेम चौधरी, छात्र नेता कमल कुमार आदि शामिल रहे।