अल्मोड़ा से जुड़ी खबर सामने आई है। पांच गुना अधिक रॉयल्टी समेत लंबे समय से लंबित तीन सूत्रीय मांगों के निराकरण को ठेकेदार यूनियन ने मोर्चा खोल दिया है। जिस पर आक्रोशित ठेकेदारों ने सोमवार को प्रांतीय खंड कार्यालय के परिसर में प्रदर्शन किया। विभाग और शासन के खिलाफ नारेबाजी की।
आंदोलन की चेतावनी-
इस मौके पर ठेकेदारों ने कहा कि शासन की ओर से निर्माण कार्यों में लगने वाली उप खनिजों में पांच गुना अधिक रॉयल्टी का शासनादेश जारी कर दिया है। कहा कि इस तरह के शासनादेशों से ठेकेदारी छोड़ने के अलावा अन्य कोई विक्लप नहीं बचा है। कहा कि इस तरह के शासनादेश जारी से जहां ठेकेदार बेरोजगार होगें वहीं उनके साथ सैकड़ों मजदूर के सामने भी परिवार के भरण पोषण की परेशानी बढ़ जाएंगी। ठेकेदारों ने परेशानी को देखते हुए शासनादेश को वापस लेने की मांग की है। इसके अलावा ठेकेदारों ने कहा कि वर्तमान समय में समय वृद्धि, विचलन एवं अतरिक्त मद स्वीकृत के लिए ठेकेदारों को परेशान किया जा रहा है, पंजीकरण नवीनीकरण में भी हर दिन नई-नई परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। जिससे ठेकेदार मानसिक तौर पर परेशान हो गए है। ठेकेदारों ने जल्द से जल्द उनकी समस्याओं के निराकरण की मांग की। जल्द समस्याओं के निराकरण को अधीक्षण अभियंता को ज्ञापन सौंपा। मांग पूरी नहीं होने पर उग्र आंदोलन की चेतावनी दी।
यह लोग रहें मौजूद-
यहां कार्यकारी अध्यक्ष सुरेंद्र बेलवाल, पूरन पालिवाल, नवाज खान, रोहित रौतेला, कमल वर्मा, जितेंद्र सिंह, देवेंद्र सिंह, अकरम खान, सोबन सिंह सिजवाली, हितेश, रितेश भट्ट, गौरव वर्मा, अमरनाथ सिंह, कमल वर्मा, नंदन सिंह आदि मौजूद रहे।