अल्मोड़ा में बाट माप की जिम्मेदारी ‌‌‌‌वरिष्ठ निरीक्षक व एक चतुर्थ कर्मी के जिम्मे, जानें

अल्मोड़ा से जुड़ी खबर सामने आई है। यहां जिले में बाट-माप विभाग के पास संसाधनों का अभाव बना हुआ है। जिसके चलते बाट-माप का सत्यापन जिले में मात्र एक वरिष्ठ निरीक्षक के हवाले है।

वरिष्ठ निरीक्षक और एक चतुर्थ कर्मी के जिम्मे बाट माप विभाग-

यहां जिलेभर में हजारों की संख्या में दुकानें हैं। उपभोक्ताओं को दाम चुकाने के बाद पूरे वजन का सामान मिले, इसकी जिम्मेदारी बाट-माप विभाग की होती है। इलेक्ट्रानिक तराजू वाले दुकानदारों को प्रतिवर्ष बाट-माप विभाग से सत्यापन कराना होता हैं। जबकि तराजू और बाट-माप रखने वाले दुकानदारों को दो वर्ष में एक बार तराजू और बाट का सत्यापन करवाना जरूरी होता है। बाट-माप विभाग के अनुसार अल्मोड़ा क्षेत्र में ढाई हजार और रानीखेत क्षेत्र में 1800 दुकानदार हैं। जिले में अल्मोड़ा और रानीखेत में बाट-माप के कार्यालय है। जिसका चलते संसाधनों के अभाव में ऐसी स्थिति में जिले में घटतोली करने वाले व्यापारियों पर अंकुश नहीं लग पाता है।