अल्मोड़ा: स्वतंत्रता दिवस पर अल्मोड़ा पुलिस के 02 अधिकारी/कर्मचारी को विशिष्ट कार्य के लिए मिलेगा पदक

स्वतंत्रता दिवस के अवसर पर प्रत्येक वर्ष सेवा के आधार पर सराहनीय सेवा, उत्तकृष्ट सेवा व विशिष्ट कार्य के लिए उत्तराखण्ड पुलिस के अधिकारियों/कर्मचारियों को पुलिस मुख्यालय उत्तराखण्ड देहरादून द्वारा सम्मान चिन्ह प्रदान कर सम्मानित किया जाता है।

विशिष्ट कार्य के लिए लिए सराहनीय सेवा सम्मान चिन्ह

स्वतंत्रता दिवस,2023 के अवसर पर विशिष्ट कार्य के सराहनीय सेवा सम्मान चिन्ह हेतु अल्मोड़ा पुलिस के उ0नि0 जसविन्दर सिंह, थानाध्यक्ष दन्या व म0आरक्षी रीनू गौतम को चयनित किया गया है। पुलिस महानिदेशक उत्तराखण्ड द्वारा स्वतंत्रता दिवस, 2023 के अवसर पर विशिष्ट कार्य के लिए दोनों पुलिस कर्मियों को सराहनीय सेवा सम्मान चिन्ह से सम्मानित किया जायेगा।

एसएसपी ने दी शुभकामनाएं

जिस पर रामचन्द्र राजगुरु, वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक अल्मोड़ द्वारा पदक/सम्मान चिन्ह हेतु चयनित दोनो पुलिस कर्मियों को बधाई देते हुए शुभकामनाएं दी गयी।

विशिष्ट कार्य का विवरण

1-उ0नि0 जसविन्दर सिंह, थानाध्यक्ष दन्या

दिनांक- 02.06.2023 को सुवाखान के पास एक कार दुर्घटनाग्रस्त होकर गहरी खाई में गिरने जिसमें घायल यात्री फंसे होने की सूचना प्राप्त होने पर थानाध्यक्ष दन्या जसविन्दर सिंह हमराही पुलिस बल के साथ तत्काल मौके पर पहुंचे और घटनास्थल सुवाखान से चलनीछीना मार्ग पर वाहन अल्टो कार दुर्घटनाग्रस्त होकर सड़क मार्ग से 100 मीटर नीचे खाई में गिरी हुई थी। दुर्घटनाग्रस्त वाहन में एक दम्पति व उनके तीन बच्चे घायल होकर फंसे हुए थे। थानाध्यक्ष दन्या द्वारा हमराही कर्मचारीयों एवं स्थानीय जनता के सहयोग से सभी घायलों को क्षतिग्रस्त वाहन से निकालकर दुर्गम मार्ग से काफी मेहनत मशक्कत से मुख्य सड़क मार्ग तक लाकर उपचार हेतु नजदीकी सामुदायिक स्वास्थय केन्द्र धौलादेवी पहुंचाया गया। थानाध्यक्ष जसविन्दर सिंह द्वारा समय से घटनास्थल पर पहुंचकर घायल व्यक्तियों को खाई से निकालकर शीघ्र उपचार हेतु चिकित्सालय पहुचाया जिससे सभी घायलों की जीवन बचाया जा सका। उक्त कार्य की स्थानीय जनता व प्रत्यक्षदर्शियों द्वारा भी सराहना की गई थी।

2-म0कानि0 रीनू गौतम,कोतवाली रानीखेत, अल्मोड़ा

जनपद के कोतवाली रानीखेत में नियुक्त म0आरक्षी रीनू गौतम द्वारा जनपद चम्पावत में मा0 पूर्णागिरी मेले में ड्यूटी के दौरान आने वाले श्रद्धालुओं को मंदिर दर्शन कराने व भक्तों की भीड़ को व्यवस्थित करने में महत्वपूर्ण योगदान दिया गया जिसकी मंदिर समिति व अधिकारीगणों द्वारा भी प्रशंसा की गई।