अल्मोडा में 15 सितंबर 2021 को प्रसिद्ध जन आन्दोलनकारी , बंधुवा मुक्ति मोर्चा के राष्ट्रीय संयोजक , सार्वदेशिक आर्य प्रतिनिधि सभा के पूर्व अध्यक्ष स्वामी अग्निवेश की स्मृति मे बंधुवा मुक्ति मोर्चा अल्मोडा व उत्तराखण्ड लोकवाहिनी के संयुक्त तत्वाधान मे प्रेरणा सभा का आयोजन किया गया ।
इन मुद्दों को राष्ट्रीय स्तर पर उठाया-
इस कार्यक्रम का शुभारम्भ करते हुए दयाकृष्ण काण्डपाल ने कहा कि स्वामी अग्निवेश ने सती प्रथा, बंधुवा मुक्ति आन्दोलन , शराब बन्दी आन्दोलन, कन्या भ्रूण हत्या को राष्ट्रीय स्तर पर उठाया। जिस पर न्यायालय व तत्कालिक सरकारो ने संज्ञान लिया व कानून बनाये ।
उत्तराखण्ड के जन आन्दोलनो मे निभाई महत्वपूर्ण भूमिका-
पूरन चन्द्र तिवारी ने कहा कि स्वामी अग्निवेश ने उत्तराखण्ड के जन आन्दोलनो मे महत्वपूर्ण भूमिका निभाई नशा नही रोजगार आन्दोलन, उत्तराखण्ड राज्य आन्दोलन मे उन्होने उत्तराखण्ड की जनपक्षधरता की पैरवी की ।
मानवाधिकारो के थे बड़े पैरोकार-
एड जगत रौतेला ने कहा कि स्वामी अग्निवेश मानवाधिकारो के बड़े पैरोकार थे । सरकारे उनके आन्दोलनकारी तेवरो से परेशान रहती थी, उन पर सार्वजनिक रूप से सत्ताधारी पार्टी के कार्यकर्ताओ ने हमले किये । जिसके वाद वे सभंल नही पाये ।
अग्निवेश की असमय मृत्यु समाज की बडी क्षति-
अजयमित्र सिह बिष्ट ने कहा कि स्वामी अग्निवेश की असमय मृत्यु समाज की बडी क्षति है । आज भारत मे जनमुद्दो पर बहस शिथिल हो गई है । अजय सिंह मेहता ने कहा कि स्वामी अग्निवेश हमेशा युवाओं के लिए ऊर्जा का स्रोत रहे। पत्रकार दिनेश भट्ट ने कहा कि स्वामी जी ने लैगिंग भेदभाव के खिलाफ हमेशा आवाज उठाई। कुन्दन रावत व कुणाल तिवारी ने भी सभा को सम्बोधित किया ।
स्वामी का सारा जीवन गरीबो की सेवा मे हुआ व्यतीत-
बैठक मे आगामी 22 सितम्बर को स्वर्गीय डा शमशेर सिंह बिष्ट की तीसरी पुण्यतिथि पर आयोजित होने वाले शमशेर स्मृति समारोह 2021 की तैयारियों पर भी चर्चा की गई । बैठक की अध्यक्षता करते हुए रेवती बिष्ट ने कहा कि स्वामी का सारा जीवन गरीबो की सेवा मे व्यतीत हुआ,वे उत्तराखण्ड की देश भर मे आवाज थे । सभा का संचालन दयाकृष्ण काण्डपाल ने किया।