श्री भुवनेश्वर महादेव मंदिर एवं रामलीला समिति कर्नाटक खोला अल्मोड़ा में आयोजित रामलीला महोत्सव 2021 में दस दिवसीय रामलीला तथा तीन दिवसीय महिलाओं द्वारा मंचित रामलीला का तिलपात्र व विशाल भण्डारा मंदिर परिसर में आहूत कर समापन किया गया। शिक्षाविद् एवं ज्योतिषाचार्य डा. गिरीश चन्द्र जोशी तथा ज्योतिषाचार्य वृजेश पाण्डे ने मंत्रोच्चार के साथ यज्ञ,हवन,पूजा सम्पन्न कराई। इस अवसर पर रामलीला के सभी कलाकार, कार्यकर्ता, पदाधिकारी तथा भारी संख्या में स्थानीय नागरिक प्रातःकाल से ही उपस्थित रहे और अपनी सक्रिय भागीदारी सुनिश्चित की।
तिलपात्र के माध्यम से मृत आत्माओं की शान्ति एवं अभिनय के दौरान हुई किसी भी त्रुटि के लिए क्षमा याचना की
समिति के संस्थापक, संयोजक बिट्टू कर्नाटक ने बताया कि तिलपात्र रामलीला के पश्चात की एक आवश्यक प्रक्रिया है जिसमें पौराणिक किरदारों का अभिनय कर रहे कलाकार तिलपात्र के माध्यम से मृत आत्माओं की शान्ति एवं अभिनय के दौरान हुई किसी भी त्रुटि के लिये क्षमा याचना करते हैं। तिलपात्र के पश्चात यज्ञ एवं हवन का प्राविधान है जिससे लोक कल्याण एवं जनहित की मंगल कामना की जाती है। प्रातःकाल से ही सभी पात्र,कार्यकर्ता एवं पदाधिकारी तथा स्थानीय नागरिक रामलीला मैदान में जुटे एवं सभी के सामुहिक प्रयासों से सभी कार्यक्रम सम्पन्न हुए तथा इसी के साथ पिछले तीन माह से चल रही तालीम/प्रशिक्षण इसके पश्चात आयोजित की गयी रामलीला एवं तीन दिवसीय महिला रामलीला का भव्य समापन हुआ।
मातृ शक्ति को कुमाऊंनी रंगोली पिछौडा प्रदान कर सम्मानित किया
समिति के संस्थापक, संयोजक बिट्टू कर्नाटक ने महिलाओं को बधाई देते हुए कहा कि महिलाओं ने एक नया इतिहास बनाने का काम किया है जिसके लिए समस्त मातृ शक्ति बधाई की पात्र हैं, उन्होंने मातृ शक्ति को कुमाऊंनी रंगोली पिछौडा प्रदान कर सम्मानित किया। तद्पश्चात एक विशाल भण्डारे का आयोजन किया गया जिसमें सभी श्रद्वालुओं ने प्रसाद ग्रहण किया।