अल्मोड़ा में सिविल जज के खिलाफ साजिश रचने के आरोप में जेल में बंद महिला की जमानत अर्जी प्रभारी मुख्य न्यायिक मजिस्ट्रेट करिश्मा डगवाल की कोर्ट ने खारिज कर दी है।
कुछ दिन पूर्व ही महिला को किया गया था गिरफ्तार:
अभियोजन अधिकारी बिंदेश्वरी प्रसाद टम्टा ने बताया कि अल्मोड़ा के सिविल जज (सीनियर डिवीजन) के खिलाफ झूठी शिकायत करने और षड़यंत्र रचने के आरोप में दिल्ली निवासी कुसुम नाम की महिला कुछ दिन पूर्व ही गिरफ्तार हुई थी।
जज के खिलाफ की थी झूठी शिकायत:
महिला की शिकायत के बाद पिछले साल अल्मोड़ा के सिविल जज सीनियर डिवीजन को निलंबित कर दिया गया था। उसके बाद हाईकोर्ट की विजिलेंस ने मामले की जांच में पाया कि महिला दिल्ली के एक आईएएस अफसर और उनकी पत्नी के साथ मिलकर जज के खिलाफ षड़यंत्र रचा है। इसी को लेकर विजिलेंस हल्द्वानी ने कुछ दिन पूर्व ही महिला को गिरफ्तार किया था।
कोर्ट ने महिला की जमानत अर्जी की खारिज:
उसके बाद आरोपी महिला की ओर से जमानत को लेकर सीजेएम कोर्ट में अर्जी दाखिल की गई थी। पत्रावली में मौजूद साक्ष्यों का अवलोकन करने के बाद कोर्ट ने महिला की जमानत अर्जी खारिज कर दी है।