अल्मोड़ा: सीएचसी भिकियासैंण में 14 वर्षों से हड्डी रोग का नहीं है डॉक्टर

सामुदायिक स्वास्थ केंद्र भिकियासैंण में बीते 14 वर्षों से हड्डी रोग डॉक्टर का पद रिक्त है।जिससे मरीजों को दिक्कतों का सामना करना पड़ता है।हड्डी रोग से संबंधित रोगीयों को उपचार के लिये रानीखेत,हल्द्वानी जाना पड़ रहा है।

मरीजों को करना पड़ता है कई दिक्कतों का सामना:

सीएचसी भिकियासैंण 30 हजार की जनसंख्या को स्वास्थ सुविधा देता है।लेकिन वर्षों से हड्डी रोग स्पेलिस्ट के नहीं होने से हल्के प्लास्टर तक के लिये भी प्राइवेट अस्पताल जाना लोगों की मजबूरी है।गंभीर रोगी व दुर्घटना में हड्डी टूटने पर 50 से 150 किमी दूर रानीखेत या हल्द्वानी इलाज के लिये जाना पड़ता है।जिससे गरीबी रेखा से नीचे जीवन यापन करने वाले लोगों को दिक्कतों का सामना करना लाजमी है।

हड्डी रोग के डॉक्टर की मांग:

बीते एक वर्ष से सीएचसी पीपीपी मोड में संचालित हो रहा है।लेकिन इस व्यवस्था में भी हड्डी रोग डॉक्टर का पद नहीं दिया गया है। व्यापार संघ सचिव मदन महेरा,सामाजिक कार्यकर्ता गोविंद रावत ने हड्डी रोग विशेषज्ञ की तैनाती की पूरजोर मांग की है।