अल्मोड़ा: कांंग्रेस नगर अध्यक्ष पूरन सिंह रौतेला ने प्रेस को जारी एक बयान में कहा कि विगत दिनों मेडिकल कालेज में अधिकारियों की एक बैठक में उत्तराखण्ड की महिला व बाल विकास मन्त्री द्वारा अल्मोडा मेडिकल कालेज के प्राचार्य के साथ अभद्र व्यवहार की जो बाते सामने आ रही हैं वे काफी निन्दनीय हैं।
पार्टी नेता मन्त्री की उपस्थति में प्रश्न पूछकर प्रोटोकाल का स्वयं उल्लंघन कर रहे है
कांंग्रेस नगर अध्यक्ष पूरन सिंह रौतेला ने कहा कि
सरकारी बैठको को मंत्रियो की शय में भाजपा नेता पार्टी बैठकों की तरह आयोजित करा रहे है। यह व्यवहार उचित नही है। सरकार ,मंत्री किसी एक पार्टी के नहीं बल्कि उस राज्य के प्रत्येक नागरिक के होते हैं। उन्होंने कहा कि सरकारी बैठकों में पार्टी नेता मन्त्री की उपस्थति में प्रश्न पूछकर प्रोटोकाल का स्वयं उल्लंघन कर रहे है यह लोकतन्त्र के लिये अच्छा नही है।उन्होंने कहा कि भाजपा के नेताओं द्वारा स्वयं प्रोटोकॉल का उल्लंघन कर भाजपा पदाधिकारियों को सरकारी बैठकों में बैठाया जा रहा है।और मेडिकल कालेज के प्राचार्य जो कि मेडिकल कालेज के एक उच्च अधिकारी है उनको प्रोटोकॉल का पाठ पढ़ाया जा रहा है।
भाजपा नेताओं को प्रोटोकॉल की पड़ी है
उन्होंने कहा कि ऐसी विषम परिस्थितियों में जबकि उक्त बैठक में कोविड समीक्षा होनी थी ऐसे में भाजपा के नेताओं को प्रोटोकॉल की पड़ी है जो कि काफी निन्दनीय है।उन्होंने स्पष्ट शब्दों में मांग की है कि भविष्य में जो भी सरकारी बैठकें हों उनमें भाजपा पदाधिकारियों को ना बैठाया जाए।उन्होंने कहा कि सरकारी बैठकों में मंत्री और अधिकारियों का बैठना तो समझ में आता है परन्तु भाजपा पदाधिकारियों का बैठना समझ से परे हैं।उन्होंने कहा कि बैठकें नियमों के साथ होनी चाहिए थी।उन्होंने कहा कि इन सरकारी बैठकों में मंत्री, सांसद,विधायक और जनता द्वारा चुने प्रतिनिधियों का बैठना तो समझ में आता है परन्तु भाजपा के पदाधिकारियों का बैठना अपने आप में सिद्ध करता है कि भाजपा सत्ता के नशे में किस हद तक चूर है।
जनता स्वास्थ सुविधाओं के अभाव में दम तोड़ रही है
उन्होंने कहा कि भाजपा पदाधिकारी इन बैठकों में बैठकर अपनी नाकामियां नहीं छिपा सकते।यदि भाजपा पदाधिकारियों को जनता की इतनी ही चिन्ता होती तो भाजपा सरकार में साढ़े चार वर्षों में मेडिकल कालेज प्रारम्भ करवा दिया होता।उन्होंने कहा कि एक तरफ जनता स्वास्थ सुविधाओं के अभाव में दम तोड़ रही है वहीं दूसरी तरफ अपनी ही सरकार में अभी तक मेडिकल कालेज संचालित ना कर सकने के बावजूद ये भाजपा के लोग प्रोटोकॉल का रोना रो रहे हैं जो बहुत ही दुर्भाग्यपूर्ण है।