आज उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी राष्ट्रीय ग्रामीण आजीविका मिशन योजना के अन्तर्गत प्रदेश में कार्य कर रही महिला स्वयं सहायता समूह के साथ वर्चुअल कार्यक्रम के माध्यम से जुड़े और सीधे संवाद करते हुए उनके द्वारा तैयार किये जा रहे प्रोडक्ट की जानकारी ली। जिसमें जनपद बागेश्वर के विकास खण्ड बागेश्वर में कार्यक्रम आयोजित किया गया जिसमें विधायक बागेश्वर चन्दन राम दास, जिलाधिकारी विनीत कुमार, मुख्य विकास अधिकारी डीडी पंत, ब्लाक प्रमुख पुष्पा देवी, परियोजना निदेशक डीआरडीए शिल्पी पंत सहित स्वयं सहायक समुह से जुड़ी महिलायें वर्चुअल कार्यक्रम में उपस्थित रहे।
उत्तराखण्ड में विभिन्न स्वयं सहायता समूहों द्वारा किया जा रहा है सराहनीय कार्य-
मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने उत्तराखण्ड राज्य ग्रामीण आजीविका मिशन से जुड़े महिला स्वयं सहायता समूहों के साथ वर्चुअल संवाद में कोरोना काल में प्रभावित महिला स्वयं सहायता समूहों और राज्य सरकार की स्वरोजगार योजनाओं से जुड़े लाभार्थियों के लिए 118 करोड़ 35 लाख रूपए के राहत पैकेज की घोषणा की। इससे राज्य में 07 लाख 54 हजार 984 लोग लाभान्वित होंगे। मुख्यमंत्री ने कहा कि उत्तराखण्ड में विभिन्न स्वयं सहायता समूहों द्वारा सराहनीय कार्य किया जा रहा है। राज्य की अर्थव्यवस्था में इनका काफी योगदान रहा है।
स्वंय सहायता समूह की महिलाएं पहाड़ की अर्थव्यवस्था की है रीढ़-
कोविड महामारी के दृष्टिगत इनके क्रियाकलापों में प्रतिकूल प्रभाव पड़ा है। इन स्वयं सहायता समूहों में मुख्यत: राज्य की महिलाएं कार्य करती हैं, जो कि पहाड़ की अर्थव्यवस्था की रीढ़ हैं। कोविड महामारी के कारण इन महिला स्वयं सहायता समूहों और राज्य सरकार की स्वरोजगार योजनाओं के लाभार्थियों के व्यवसाय पर प्रतिकूल प्रभाव पड़ा है। इन्हें राहत देने के लिए इस पैकेज का निर्णय लिया गया है। मुख्यमंत्री ने कहा कि इस पैकेज के अंतर्गत उत्तराखण्ड राज्य ग्रामीण आजीविका मिशन एवं आई.एल.एस.पी. के अन्तर्गत गठित 30,365 समूहों को उनके द्वारा लिए ऋण पर 24.82 करोड़ रूपये की ब्याज प्रतिपूर्ति राज्य सरकार द्वारा की जाएगी। उत्तराखण्ड राज्य ग्रामीण आजीविका मिशन के अन्तर्गत गठित 159 सी.एल.एफ. को प्रति सी.एल.एफ. 5.00 लाख रूपये का एक मुश्त अनुदान दिया जायेगा। जिसकी अनुमानित लागत रू0 7.95 करोड़ होगी। उत्तराखण्ड राज्य ग्रामीण आजीविका मिशन एवं आई.एल.एस.पी. के अन्तर्गत गठित सक्रिय स्वयं सहायता समूहों को स्वावलंबन हेतु 06 माह के लिये आर्थिक सहायता भी प्रदान की जायेगी। जिसमें कुल 42989 समूहों को 2000 रूपये प्रतिमाह की दर से कुल 51.59 करोड़ रूपये की सहायता दी जाएगी।
दी जाएगी आर्थिक सहायता-
मुख्यमंत्री स्वरोजगार योजना में लाभार्थियों को 5 हजार रूपए प्रतिमाह की दर से 6 माह के लिए लिए गए ऋण पर ब्याज प्रतिपूर्ति दी जाएगी। इस पर कुल लागत 9 करोड़ रूपए आएगी। मुख्यमंत्री सौर स्वरोजगार योजना के ऋण खाता धारकों को 06 माह के लिए ब्याज प्रतिपूर्ति सहायता उपलब्ध कराई जायेगी। इसकी अनुमानित लागत एक करोड़ रूपये है। युवा कल्याण एवं प्रान्तीय विकास दल के युवक मंगल दल और महिला मंगल दलों को स्वावलम्बन हेतु 06 माह के लिए आर्थिक सहायता प्रदान की जाएगी। इसमें 20 हजार समूहों को 2 हजार रूपए प्रति माह की दर से आर्थिक सहायता दी जाएगी। जिस पर कुल 24 करोड़ रूपए का व्यय होगा।
प्रधानमंत्री के आत्मनिर्भर भारत के सपने को पूरा करने के की दिशा में देश तेजी से बढ़ रहा है आगे-
मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने वर्चुअल माध्यम से प्रदेश के सभी 13 जनपदों एवं 95 ब्लॉक से जुड़े स्वयं सहायता समूहों से वर्चुअल संवाद करते हुए कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के आत्मनिर्भर भारत के सपने को पूरा करने के की दिशा में देश तेजी से आगे बढ़ रहा है। महिला स्वयं सहायता समूहों का इसमें महत्पूर्ण योगदान है। राज्य के विकास में मातृ शक्ति जिस मनोयोग से कार्य कर रही है, यह सबके लिए प्रेरणा है। ऊर्जा एवं उत्साह का संचार इसी तरह बना रहे। हमारी मातृ शक्ति पर बड़ी जिम्मेदारी होती है।
बागेश्वर से आशा देवी अध्यक्षा स्वयं सहायता समूह ने भी दी जानकारी-
संवाद कार्यक्रम में जनपद बागेश्वर से आशा देवी अध्यक्षा स्वयं सहायता समूह जय मॉ भगवती समूह अनर्सा ने मुख्यमंत्री से संवाद करते हुए अपनी समूह के बारे में जानकारी देते हुए कहा कि उनके द्वारा वर्ष 2018 में एनआरएलएम के माध्यम से सिलार्इ का प्रशिक्षण प्राप्त किया है जिसके लिये उन्होंने इसको आजीविका का साधन बनाते हुए आसपास के क्षेत्रों के लोगों के कपड़ों की सिलार्इ की गयी है जिसमें उनके द्वारा 04 मशीने क्रय की गयी है तथा इसमें 03 महिलाओं को सिलार्इ हेतु अपने साथ जोड़ा गया है। इसके लिए उन्होंने सरकारी स्कूलों के बच्चों की ड्रेस की डिमाण्ड आ रही है उनके ड्रेस भी तैयार की जा रही है। उन्होंने अवगत कराया है कि कोरोना काल के समय में उनके द्वारा लगभग 80 हजार मास्क तैयार किये गये है जो कि जनपद में विभिन्न विभागों को उपलब्ध कराये गये है, जिसके माध्यम से उन्हें लगभग 13 लाख का टर्न ओवर हुआ है तथा 05 लाख का शुद्ध लाभ हुआ है। उन्होंने यह भी अवगत कराया है कि उनके द्वारा रोशन आजीविका महिला ग्राम संगठन भी चलाया जा रहा है जिसमें 58 सदस्य है। इसके साथ ही कलस्टर संगठन उर्जा महिला आजीविका स्वायत्त सहकारिता समुह को भी चलाया जा रहा जिसमें 07 ग्राम संगठन, 37 समुह जिसमें 266 सदस्यों की संख्या है, जिनके द्वारा सब्जी उत्पादन, दुग्ध उत्पाद, सिलार्इ कढार्इ, बकरी पालन आदि का कार्य किया जा रहा है।
इस दौरान यह लोग रहे मौजूद-
इस अवसर पर खण्ड विकास अधिकारी आलोक भण्डारी, ब्लॉक मिशन प्रबन्धक दलीप सिंह कुलेगी, महेन्द्र रौतेला सहित स्वयं सहायता समूह की महिलायें आदि मौजूद रहे।