बागेश्वर: मनरेगा मजदूरों की भी लगेगी ऑनलाइन हाजिरी, ग्राम प्रधानों को दिया गया प्रशिक्षण

बागेश्वर से जुड़ी खबर है। अब मनरेगा मजदूरों की भी अब ऑनलाइन हाजिरी लगेगी।सरकार ने इसके लिए मोबाइल मॉनिटरिंग सिस्टम (एमएमएस) लागू कर दिया है। जिसके लिए ग्राम प्रधानों को प्रशिक्षण दिया गया।

महात्मा गांधी राष्ट्रीय ग्रामीण स्वरोजगार योजना मनरेगा के तहत ग्राम पंचायतों के बेरोजगारों को एक साल में 100 दिन का रोजगार देना सूचित किया गया

बुधवार को प्रशिक्षण का शुभारंभ विकास खंड परिसर पर हुआ। ग्राम प्रधानों को प्रशिक्षण के दौरान अपने मोबाइल में डाउनलोड एमजीएनआरजीपी एप से मजदूरों के नाम वाले ऑप्शन पर क्लिक करेंगे और हाजिरी लगाने के साथ एप के जरिए काम करते समय की फोटो खींचकर अपलोड करेंगे। जिसके बाद अपलोड की गई डेटा तत्काल प्रभाव से ब्लॉक के सिस्टम में पहुंच जाएगी और बीडीओ मजदूरी भुगतान के लिए ऑनलाइन संस्तुति कर देंगे। महात्मा गांधी राष्ट्रीय ग्रामीण स्वरोजगार योजना मनरेगा के तहत ग्राम पंचायतों के बेरोजगारों को एक साल में 100 दिन का रोजगार देना सूचित करने को कहा गया है शासन की महत्वकांक्षी योजना का लाभ पात्र व्यक्तियों को मिले इसके लिए नई व्यवस्था कर दी गई है

रोजगार की तलाश में गांव से होने वाले पलायन को रोकने में इससे मिल रही बड़ी राहत

रोजगार की तलाश में गांव से होने वाले पलायन को रोकने में इससे बड़ी राहत मिल रही है और अपनी ग्राम पंचायतों में ही विकास कार्यों में हिस्सेदारी कर हर छोटी बड़ी जरूरतों को पूरा कर रहे हैं। बीडीओ आलोक भंडारी ने बताया मनरेगा के कार्यों की पहले ऑफलाइन उपस्थिति होती थी जिसमे पारदर्शिता नहीं रहती थी। एमएमएस के प्रशिक्षण से ग्राम प्रधानों को तो लाभ होगा ही साथ ही मनरेगा के कार्यों में पारदर्शिता भी रहेगी। इस दौरान विकास खंड के प्रधान उपस्थित थे।