चंपावत में लोग दहशत के साथ अपना जीवन बिता रहे हैं। यहां आदमखोर गुलदार का आतंक अभी भी बना हुआ है। कुछ दिनों पहले यहाँ 31 जनवरी को जिला मुख्यालय के रिख्वाड़ी के जंगल में नघान गांव की महिला को गुलदार ने अपना शिकार बनाया था। इससे पूर्व बाघ मुख्यालय के नजदीकी गांव ढकना बड़ौला की महिला को भी निवाला बना चुका है।
पिंजरे की कैद से बाहर आदमखोर गुलदार-
घटना स्थल पर लगे कैमरा ट्रैप में भी हिंसक वन्य जीव की मूवमेंट कैद नहीं हो पा रही है। वन विभाग लगातार गुलदार को पिंजरे में कैद करने के प्रयास कर रहा है। इसके बावजूद भी गुलदार अब तक पिंजरे में कैद नहीं ह़ो पाया है, जिससे लोगों में दहशत बनी हुई है। वही कुछ गांवों की महिलाएं जान को जोखिम में डालकर जंगल जा रही हैं। वही वन विभाग द्वारा लोगों से सतर्क रहने और जंगलों में नहीं जाने की अपील की गई है।