कोरोना संक्रमण की दूसरी लहर से आज पूरा देश डट कर लड़ रहा है। जिसमें डीआरडीओ ने 2-डीजी (2-DG) दवा का भी अहम योगदान है। जिसके बाद इस दवा के इस्तेमाल को लेकर निर्देश जारी किए गए हैं।
जाने डीआरडीओ ने 2-डीजी किन मरीजों को दी जानी चाहिए-
डीआरडीओ की तरफ से कहा गया है कि 2डीजी दवा वैसे मरीज को दी जाती है जो डॉक्टर की देखरेख में हो और उन्हें डॉक्टर ने यह दवा देने को कहा हो। वही जिन्हें मॉडरेट या गंभीर इंफेक्शन हो।
जाने डीआरडीओ ने 2-डीजी किन मरीजों को देने में बरती जाए सावधानी-
डीआरडीओ ने कहा है कि अनियंत्रित डायबिटिज, गंभीर हृदय रोगी, श्वसन संबंधी गंभीर बीमारी से पीड़ित व्यक्ति और लीवर और किडनी के गंभीर रोगियों को 2-डीजी दवा अबतक नहीं दी गयी है, इसलिए उन्हें यह दवा देने में सावधानी बरती जानी चाहिए।
जाने डीआरडीओ ने 2-डीजी किन मरीजों को नहीं दी जानी चाहिए-
डीआरडीओ ने कहा है कि गर्भवती और स्तनपान कराने वाली महिलाओं और 18 साल से कम उम्र के मरीजों को 2-डीजी दवा नहीं दी जानी चाहिए।
जाने कैसे दी जाती है यह दवा-
कोरोना संक्रमित मरीजों के लिए 2-डीजी दवा कारगर साबित हो रही है। यह दवा मरीजों को 10 दिन तक दी जाती है जिसे ग्लूकोज की तरह पानी में घोलकर मरीज को दिन में दो बार दी जाती है। इससे शरीर में आक्सीजन की कमी नहीं होती। इससे कोरोना संक्रमित मरीजों में जल्दी सुधार भी आ रहा है।