अशुद्ध पेयजल से हर वर्ष जाती है 3 लाख से अधिक लोगों की जान -गजेंद्र सिंह शेखावत

केन्‍द्रीय जल शक्ति मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत ने आज कहा कि मंत्रालय ने प्रखंड और जिला स्तर पर दो हजार पेयजल परीक्षण प्रयोगशालाएं स्थापित की हैं। उन्होंने कहा कि और छह हजार प्रयोगशाला बनाई जा रही हैं, जो एक वर्ष में बन कर तैयार हो जायेंगी।

गुणवत्ता को मापने के लिए सात लाख से अधिक महिलाओं को प्रशिक्षित किया है

भारत स्वच्छता सम्मेलन को वर्चुअल माध्‍यम से संबोधित करते हुए उन्होंने कहा कि मंत्रालय ने ग्रामीण क्षेत्रों में पेयजल की गुणवत्ता को मापने के लिए सात लाख से अधिक महिलाओं को प्रशिक्षित किया है, जो पानी के नमूने एकत्र करेंगी और उन नमूनों को केंद्रीकृत वेब प्लेटफॉर्म पर भेजेंगीं।
श्री शेखावत ने कहा कि इससे पीने के पानी की गुणवत्‍ता को मापने और उसकी निगरानी करने में सहायता मिलेगी और रोजगार के अवसर भी पैदा होंगे। उन्होंने कहा कि हर वर्ष तीन लाख से अधिक लोगों की जान अशुद्ध पेयजल पीने से जाती है।

जल का दुरूपयोग न करने का आग्रह किया

श्री शेखावत ने भूजल को बचाने पर जोर देते हुए लोगों से जल का दुरूपयोग न करने का आग्रह किया। उन्होंने उद्योगों और नगर निकायों से भूजल संरक्षण के बारे में जागरूकता पैदा करने में सहयोग करने का अनुरोध किया।