वस्तु और सेवा कर (जीएसटी) कानून को लागू हुए आज चार साल पूरे हो रहे हैं। देश के सबसे बड़े कर सुधार – जीएसटी कर प्रणाली को पहली 1 जुलाई, 2017 को शुरू किया गया था। जीएसटी एक ऐतिहासिक कर सुधार व्यवस्था है, इस दौरान कर की दरें कम की गई हैं, कर प्रक्रिया सहज हुई है और कर आधार में वृद्धि हुई है। जीएसटी राजस्व में लगातार वृद्धि हुई है। यह आठ महीने लगातार एक लाख करोड़ से अधिक रहा है।
भारत के आर्थिक परिदृश्य में जीएसटी मील का पत्थर
प्रधानमंत्री मोदी ने चार वर्ष पूरे होने पर वस्तु और सेवा कर-जीएसटी प्रणाली की सराहना की, उन्होंने भारत के आर्थिक परिदृश्य में जीएसटी को मील का पत्थर बताया । उन्होंने कहा कि इससे आम आदमी पर करों की संख्या, अनुपालन बोझ और समग्र कर भार में कमी आई है, जबकि पारदर्शिता, अनुपालन और कर संग्रह में उल्लेखनीय वृद्धि हुई है।
जीएसटी की सफलता में योगदान करने वाले करदाताओं को सम्मानित करने का फैसला
सरकार ने जीएसटी की सफलता में योगदान करने वाले करदाताओं को सम्मानित करने का फैसला किया है।
वित्त मंत्रालय ने जीएसटी के चार वर्ष पूरे होने की पूर्व संध्या पर कहा कि सरकार 54 हजार चार सौ 39 करदाताओं को सम्मानित करेगी। इनमें से 88 प्रतिशत से अधिक सूक्ष्म, लघु और मध्यम उद्यमी है।
प्रशंसा प्रमाण पत्र जारी करेगी
केन्द्रीय अप्रत्यक्ष कर और सीमा शुल्क बोर्ड इन करदाताओं को प्रशंसा प्रमाण पत्र जारी करेगा। जीएसटी नेटवर्क ई-मेल के जरिए इन करदाताओं को व्यक्तिगत रूप से प्रशंसा पत्र भेजेगा। मंत्रालय ने कहा है कि सरकार कर दाता सेवाओं में निरंतर सुधार के लिए प्रतिबद्ध है।