पाकिस्तान के इस्लामाबाद में भारतीय उच्चायोग के परिसर के ऊपर एक ड्रोन देखा गया था, जिसे सुरक्षा में भारी चूक माना जा रहा है। भारत सरकार ने इस सुरक्षा चूक को लेकर पाकिस्तान के समक्ष कड़ा विरोध दर्ज कराया है। यह घटनाक्रम 27 जून को विस्फोटकों से लदे ड्रोनों ने जम्मू वायुसेना अड्डे पर हमला करने के बाद सामने आया है। इसके बाद भारतीय प्रतिष्ठानों की सुरक्षा की चिंता बढ गई है। पिछले सप्ताह से जम्मू में कम से कम पांच ड्रोन गतिविधियां देखी गई हैं।
भारत ने पाकिस्तान से पूरी घटना की जांच करने और ऐसी सुरक्षा चूक टालने को कहा है
विदेश मंत्रालय ने कहा है कि इस्लामाबाद में भारतीय उच्चायोग के परिसर में ड्रोन को देखे जाने का मामला भारत ने आधिकारिक तौर पर पाकिस्तान सरकार के समक्ष उठाया है। यह ड्रोन 26 जून को देखा गया था। विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता अरविंदम बागची ने कहा है कि भारत ने पाकिस्तान से पूरी घटना की जांच करने और ऐसी सुरक्षा चूक टालने को कहा है।
आतंकी गतिविधियां रोकने के लिए प्रभावी कदम उठाने चाहिए
जम्मू के वायुसेना हवाई अड्डे पर ड्रोन हमले के संबंध में श्री बागची ने कहा कि मामले की जांच चल रही है। उन्होंने कहा कि आतंकवाद और आतंक को धन उपलब्ध कराने के संबंध में भारत कतई बर्दाश्त नहीं की नीति है। भारत आतंक के सभी रूपों को खारिज करता है। उन्होंने कहा कि सभी देशों को सीमापार से आतंकी गतिविधियां रोकने के लिए प्रभावी कदम उठाने चाहिए। श्री बागची ने कहा कि भारत ने पाकिस्तान से आंतकवादी नेटवर्क के खिलाफ प्रभावी कदम उठाने और मुम्बई तथा पठानकोट में आतंकवादी हमले करने वाले लोगों को न्याय के समक्ष लाने को कहा है।