हल्द्वानी: एमबीपीजी कॉलेज में शत-प्रतिशत प्रवेश की मांग को लेकर हंगामा, पुलिस और छात्रों के बीच हुई झड़प

हल्द्वानी: एमबीपीजी कॉलेज में सत प्रतिशत प्रवेश की मांग को लेकर छात्र नेता पिछले कई दिनों से धरना-प्रदर्शन कर रहे हैं। बहुत से छात्र अभी भी एडमिशन से वंचित हैं। छात्र नेताओं के उग्र व्यवहार को देखते हुए कॉलेज प्रशासन को शांति व्यवस्था बनाए रखने के लिए परिसर में पुलिस फोर्स बुलानी पड़ी।

सभी आवेदकों को प्रवेश देना सुनिश्चित किया जाए

आपको बता दें कि प्रवेश के लिए बीए में रिक्त 266 सीटों पर शुक्रवार को प्रवेश प्रक्रिया शुरू होने के पहले ही हंगामा शुरू हो गया। छात्र नेताओं ने सभी को प्रवेश देने की मांग के साथ धरना प्रदर्शन और नारेबाजी करना प्रारंभ कर दिया। अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद व एनएसयूआई के छात्र नेताओं और सदस्यों ने मांग की है कि कॉलेज में जितने आवेदक हैं, सभी को प्रवेश देना सुनिश्चित किया जाए। जबकि प्राचार्य बीआर पंत का कहना है कि वह मात्र रिक्त सीटों पर ही प्रवेश ले सकते हैं। सीटें बढ़ाने का अधिकार उनके पास नहीं है।इसके बाद भी छात्र नेताओं ने मौके पर कोई भी बहाना सुनने से इनकार करते हुए जमकर विरोध-प्रदर्शन किया। ऐसे में कालेज प्रशासन को शांति व्यवस्था बनाए रखने के लिए परिसर में पुलिस फोर्स बुलानी पड़ी। प्रवेश की मांग के लिए नारेबाजी कर रहे छात्र छात्राएं अचानक से उग्र हो गए, ऐसे में पुलिस को उन्हें शांत करने के लिए लाठी और बल का प्रयोग करना पड़ा। जिससे छात्र पहले से ज्यादा आक्रोशित हो गए। करीब 1:30 बजे छात्रों के दल ने मुख्य गेट को बंद करते हुए नारेबाजी व प्रदर्शन किया।

छात्रों ने पुलिस पर अभद्रता और लाठीचार्ज का लगाया आरोप

इस दौरान छात्र छात्राएं सीओ सिटी की गाड़ी के आगे भी धरने पर बैठ गए। ऐसे में पुलिस ने जबरन छात्रों को गाड़ी के आगे से हटाया। छात्रों ने पुलिस पर अभद्रता और लाठीचार्ज का आरोप लगाते हुए माफी मांगने को नारेबाजी की। छात्र नेताओं का कहना है कि बहुत से छात्र ऐसे हैं जो दूरदराज से आते हैं और उनका एडमिशन नहीं हो पा रहा है। अपनी मांगों को लेकर छात्र आंदोलन कर रहे हैं। जिस पर पुलिस ने लाठीचार्ज कर छात्रों के साथ उत्पीड़न करने का काम किया है। धरना-प्रदर्शन के चलते एनएच हल्द्वानी-नैनीताल काफी देर तक जाम रहा। सूचना पर सिटी मजिस्ट्रेट रिचा सिंह, एसपी सिटी जगदीश चंद्र मौके पर मौजूद छात्रों को समझाने-बुझाने का प्रयास कर रहे हैं।