हरिद्वार रोड स्थित पुराने मोहकमपुर फाटक पर एक बड़ा हादसा होने से टल गया। रेलवे ओवरब्रिज पर लगे जाम से बचने के लिए एक युवक बंद क्रासिंग पार करने लगा, तभी अचानक ट्रेन आती देख स्कूटी सवार युवक ट्रैक पर स्कूटी छोड़कर भाग गया। ट्रेन के चालक ने इमरजेंसी ब्रेक लगाई लेकिन फिर भी स्कूटी क्षतिग्रस्त होकर ट्रेन के इंजन में फंस गई। दो घंटे की मशक्कत के बाद स्कूटी को काटकर इंजन से निकाला गया तब कहीं जाकर दिल्ली-दून रेल ट्रैक पर ट्रेनों का संचालन सुचारू हो सका।
दोपहिया वाहन चालक करते हैं बैरियर के नीचे से वाहन निकालकर ट्रैक पार
जानकारी के मुताबिक हरिद्वार रोड स्थित पुराने मोहकमपुर फाटक पर देव मिश्रा निवासी सुभाष नगर जाम से बचने के लिए स्कूटी फाटक के नीचे से निकल कर रेलवे ट्रैक पर पहुंच गया। उसी वक्त नई दिल्ली से आने वाली शताब्दी एक्सप्रेस वहां पहुंच गई। तेज रफ्तार ट्रेन को आता देख वह स्कूटी ट्रैक पर ही छोड़कर भाग निकला। ट्रैक पर अवरोध देख ट्रेन चालक ने इमरजेंसी ब्रेक लगाई लेकिन फिर भी स्कूटी बुरी तरह क्षतिग्रस्त होते हुए इंजन के नीचे फंस गई। ब्रेक के झटके से रेलयात्रियों में अफरातफरी मच गई। ट्रेन में तैनात स्टाफ ने इसकी सूचना वारयरलेस सेट से देहरादून रेलवे स्टेशन के कंट्रोल को दी। सूचना पर रेलवे का यांत्रिकी से संबंधित स्टाफ, रेलवे प्रोटेक्शन पुलिस (आरपीएफ), राजकीय रेलवे पुलिस (जीआरपी) व नेहरू कॉलोनी कोतवाली की पुलिस मौके पर पहुंची और रेलकर्मियों और आरोपी युवक से पूछताछ की। रेलवे स्टाफ ने करीब एक घंटे की मशक्कत के बाद स्कूटी को इंजन से निकाला और ट्रेन के इंजन की जांच की। सब कुछ सही पाए जाने के बाद ट्रेन दून स्टेशन के लिए रवाना हुई। बताया जा रहा है कि हरिद्वार रोड पर रेलवे ओवर ब्रिज बनने के बाद इस फाटक को वाहनों की आवाजाही के लिए बंद कर दिया गया है। हालांकि, कोई दीवार नहीं बनाई गई है। इसी कारण कई बार दोपहिया वाहन चालक बैरियर के नीचे से वाहन निकालकर ट्रैक पार करते हैं। फिलहाल इस मामले में रेलवे एक्ट 153 के तहत मुकदमा दर्ज कर पूछताछ की जा रही है।