May 19, 2024

Khabribox

Aawaj Aap Ki

Health tips: अमृत से कम नहीं है गाय का दूध, सेहत को मिलते हैं यह अद्भुत लाभ

आज हम स्वास्थ्य से संबंधित फायदों के बारे में आपको बताएंगे। स्वस्थ शरीर‌ के लिए दूध काफी फायदेमंद माना जाता है। जिसमें गाय दूध भी काफी लाभदायक होता है। इससे संबंधित हम आपको लाभ बताएंगे। भारत के लगभग सभी घरों में सुबह नाश्ते में और रात को सोने से पहले एक गिलास दूध जरूर पिया जाता है। खासकर, बच्चों को गाय का दूध जरूर पिलाया जाता है, क्योंकि यह मस्तिष्क और हड्डी के विकास में अहम भूमिका निभाता है।

आइए जानें गाय के दूध के फायदे

पाचन में सहायक

गाय का दूध आपको बदहजमी से बचाने में मदद कर सकता है। दरअसल, गाय के दूध में विटामिन बी-12 पाया जाता है। यह विटामिन पाचन की प्रक्रिया में मदद करता है। दूध के प्रति कप में 1.2mg विटामिन बी-12 होता है। एक दिन में वयस्कों को 2.4mg विटामिन बी-12 की जरूरत है यानी एक कप दूध आपके शरीर में विटामिन बी-12 की आधी जरूरत को पूरा कर देता है। वहीं, गाय के दूध का लगभग 80% प्रोटीन कैसिइन (casein) होता है, जो पूरे शरीर में कैल्शियम और फॉस्फेट को पहुंचाता और पाचन में सहायता करता है। इसलिए, कहा जा सकता है कि दूध का सेवन करने से खाना अच्छे से हजम हो सकता है।

कैंसर से बचाव

माना जाता है कि कैंसर के इलाज में भी गाय के दूध का सेवन फायदेमंद होता है। दरअसल, गाय के फोर्टिफाइड (अतिरिक्त विटामिन और खनिज डालकर बनाया गया) दूध में विटामिन-डी उच्च मात्रा में पाया जाता है। जो कैंसर के खतरे को कम कर सकता है। इसलिए, कहा जाता है कि गाय का दूध कैंसर की आशंका को पनपने से रोकने में मदद कर सकता है। एक रिसर्च की मानें, तो दूध और डेयरी उत्पाद का सेवन संभवतः कोलोरेक्टल कैंसर, ब्लैडर कैंसर, गैस्ट्रिक कैंसर और स्तन कैंसर से बचाता है। वहीं, डेयरी सेवन प्रोस्टेट कैंसर का जोखिम माना जाता है। हालांकि, कुछ अध्ययन कहते हैं कि दूध के सेवन और कैंसर के बीच किसी भी तरह के संबंध की कोई स्पष्ट जानकारी अभी तक नहीं मिल पाई है।

आंखों के स्वास्थ्य के लिए

गाय के दूध को आंखों की रोशनी बढ़ाने में भी सहायक माना जाता है, क्योंकि गाय के दूध में विटामिन-ए होता है। विटामिन-ए आंखों के लिए जरूरी पोषक तत्वों में से एक है। विटामिन-ए आंखों की रोशनी को सुधारने में मदद करता है। इसके अलावा विटामिन-ए की कमी की से आपको रतौंधी, आंखों के सफेद हिस्से में धब्बे (बिटोट स्पॉट) जैसी कई आंखों से संबंधी समस्याएं हो सकती हैं।

हृदय स्वास्थ्य

गाय का दूध पीने से आप हृदय को भी स्वास्थ रख सकते हैं। दूध पीने से इस्केमिक स्ट्रोक (ब्लड क्लोट होने की वजह से आने वाला स्ट्रोक) के जोखिम को कम किया जा सकता है। साथ ही इस्केमिक हृदय रोग को कम करने में भी फायदेमंद माना जाता है। इसमें मौजूद सैचुरेटेड फैटी एसिड के उच्च प्लाज्मा स्तर भी हृदय रोग के जोखिम को कम करने में मदद करते हैं, जो डेयरी उत्पादों में मौजूद रहते हैं।

इम्यूनिटी होती है मजबूत

गाय के कच्चे दूध में प्रोबायोटिक्स यानी जीवित माइक्रोऑर्गेनाइज्म होते हैं, जो इम्यूनिटी को बढ़ाते हैं। एक अध्ययन में पाया गया है कि कच्चा दूध पीने से बच्चों का इम्यून सिस्टम मजबूत होता है और उनका शरीर कई तरह के संक्रमण का सामना करके बच्चों के विकास में मदद करता है। इसके अलावा, दूध उबालकर पीने से भी इम्यून सिस्टम मजबूत होता है। ऐसे में कहा जा सकता है कि दूध आपको बीमारियों से बचाने में भी मदद कर सकता है, क्योंकि जब आपकी प्रतिरक्षा प्रणाली मजबूत रहेगी, तो आपका शरीर रोगों से लड़कर आपको उनसे बचाता रहेगा।

हड्डी स्वास्थ्य

गाय का दूध हड्डी को स्वस्थ रखने में भी काफी सहायक हो सकता है। दरअसल, दूध और डेयरी के अन्य उत्पाद मैग्नीशियम और कैल्शियम के महत्वपूर्ण स्रोत होते हैं। इसलिए, हड्डियों के विकास के लिए दूध का सेवन काफी महत्वपूर्ण माना जाता है। बच्चों व युवाओं के साथ ही व्यस्कों के हड्डी स्वास्थ्य के लिए भी दूध को अच्छा माना गया है ।

मस्तिष्क विकास

दूध मस्तिष्क विकास के लिए भी अहम माना जाता है। इसमें मौजूद ओमेगा-3 फैटी एसिड मनुष्यों के मस्तिष्क से संबंधित प्रक्रियाओं में मदद करता है। हमारे दिमाग को बेहतर तरीके से कार्य करने में ओमेगा -3 फैटी एसिड सहायक माना गया है। ओमेगा-3 फैटी एसिड लेने वाले बच्चे में दिमाग विकास संबंधी विकार (जैसे – पढ़ने, वर्तनी में अंतर करने और व्यवहार) को कम करने में फायदेमंद माना गया है। शायद यही वजह है कि बच्चों को गाय का दूध पीने की सलाह दी जाती है।

एलोपेसिया

एलोपेसिया बालों के झड़ने की समस्या है। इस दौरान बाल पैच में झड़ने लगते हैं। एक सेमी से 4 सेमी तक के हिस्से से बाल झड़कर खत्म हो जाते हैं और वो हिस्सा खाली और चिकना हो जाता है। वैसे तो एलोपेसिया ओटोइम्यून की वजह से होता है। कुछ पोषक तत्वों जैसे – विटामिन-डी और जिंक के सेवन से यह समस्या कम हो सकती है। ये दोनों ही पोषक तत्व दूध में पाए जाते हैं। ऐसे में माना जाता है कि एलोपेसिया की समस्या से गुजर रहे लोगों को गाय दूध का सेवन करना चाहिए।

वजन को रखे नियंत्रित

दुनियाभर में अधिक वजन और मोटापे की वजह से कई लोग परेशान हैं। इससे छुटकारा पाने के लिए आप तरह-तरह के जतन भी करते होंगे, लेकिन क्या कभी गाय का दूध पीने के बारे में सोचा है। जी हां, गाय का दूध युवाओं के बढ़ते वजन को रोकने में मदद कर सकता है। एक विश्लेषण के अनुसार, डेयरी सेवन करने वाले 38 प्रतिशत बच्चों का वजन डेयरी का सेवन कम करने वाले बच्चाें के मुकाबले संतुलित था। दरअसल, गाय का दूध और डेयरी उत्पाद प्रोटीन के अच्छे स्रोत हैं और प्रोटीन वजन घटाने या फिर उसे नियंत्रित रखने में मदद करता है। यह भोजन के बाद बार-बार उठने वाली खाने की इच्छा को कम करता है, जो एनर्जी की अधिक खपत को रोकता है, जिससे शरीर की वसा कम होती है।

मूड को बनाए बेहतर

जैसा कि हम आपको ऊपर बता ही चुके हैं कि गाय का दूध आपके मस्तिष्क के स्वास्थ्य को बनाए रखने में काफी मददगार साबित हो सकता है। ऐसे में माना जाता है कि इसे पीने से मानसिक विकार को भी दूर किया जा सकता है। दरअसल, दूध में ओमेगा-फैटी एसिड पाया जाता है। अगर शरीर में इसकी कमी हो जाए, तो दिमागी विकार जैसे डिस्लेक्सिया (पढ़ने में दिक्कत), एकाग्रता की कमी, अवसाद, बाइपोलर डिसऑर्डर (मूड स्विंग), याददाश्त में कमी और सिजोफ्रेनिया (सोचने और समझने की क्षमता को प्रभावित करने वाला विकार) का जोखिम बढ़ जाता है।

अस्वीकरण- अधिक जानकारी के लिए चिकित्सकों की सलाह अवश्य लें।