Health tips: फिट रहने के लिए रोजाना करें साइकिलिंग, सेहत को मिलते हैं अद्भुत फायदें

आज स्वास्थ्य से संबंधित फायदों के बारे में हम आपको बताएंगे। अच्छी सेहत के लिए चलना और एक्सरसाइज बहुत अच्छी होती है। इसके अलावा साइकिल चलाना भी बहुत अच्छा माना जाता है। साइकल चलाना सेहत के लिए ढेरों फायदे लेकर आता है। सबसे पहले तो यह लोअर बॉडी की मांसपेशियों के लिए बहुत कारगर व्यायाम है। जर्नल ‘द लैंसेट’ में प्रकाशित स्टडी के अनुसार पैरों की मसल्स को टोन करने के लिए साईकल चलाना बहुत मददगार होता है। यह ग्लूट्स और क्वाड्रइसेप्स को मजबूत बनाता है और मसल्स को बल्क करने में सहायक है। एक घण्टा साईकल चलाने में लगभग 600 कैलोरी बर्न होती हैं, जो एक घण्टे वॉक करने में बर्न हुई कैलोरी से दुगनी हैं। वजन कम करने के लिए साइकिलिंग बेहतरीन है। यूनिवर्सिटी ऑफ साउथ ऑस्ट्रेलिया की स्टडी के अनुसार साइकिलिंग टाइप 2 डायबिटीज के मरीजों के लिए पैदल चलने से ज्यादा बेहतर है। साईकल चलाते वक्त तलवों में ब्लड प्रेशर कम होता है।

साइकिल चलाने के फायदे

हृदय स्वास्थ को बेहतर बनाए

साइकिलिंग के दौरान दिल की धड़कन तेज हो जाती है, जो एक तरह से दिल के स्वास्थ्य के लिए एक्सरसाइज हो सकती है। अध्ययनों के अनुसार, साइकिल चलाने जैसी गतिविधि से हृदय व रक्त वाहिकाओं से संबंधी (कार्डियोवैस्कुलर) जोखिम कम किया जा सकता है। इस संबंध में शोध में मध्यम आयु वर्ग के पुरुषों को शामिल किया गया। शोध में पाया गया कि जो लोग कोई काम नहीं करते हैं, उनकी तुलना में साइकिल चलाने जैसी एक्टिविटी में भाग लेने वाले लोगों का हृदय बेहतर तरीके से काम करता है। जो यह दर्शाता है कि साइकिल चलाने के फायदे हमारे दिल की सेहत का ख्याल रख सकते हैं।

वजन प्रबंधन में मदद करे

अगर कोई वजन प्रबंधन या वजन कम करने के उपाय की तलाश में हैं, तो उनकी भी यह तलाश साइकिलिंग से पूरी हो सकती है। जैसा मौजूदा अध्ययन बताते हैं कि कैलोरी बर्न करने में साइकिल चलाने के फायदे देखे जा सकते हैं। जो वजन घटाने में मदद कर सकते हैं। एक शोध के मुताबिक, लगभग 6 महीन तक साइकिल चलाने से 12 फीसदी वजन कम किया जा सकता है। इस शोध में शामिल महिलाओं को प्रतिदिन 60 मिनट के लिए पैदल चलने, साइकिल चलाने और तैराकी करने के लिए कहा गया। इसमें पैदल चलने और साइकिल चलाने की प्रक्रिया को वजन कम करने में मददगार पाया गया। बस ध्यान रहे कि वजन कम करने के लिए साइकिलिंग के साथ-साथ संतुलित खान-पान का भी ध्यान रखना जरूरी है।

मांसपेशियों को मजबूत करे

साइकिलिंग के दौरान पैरों की मदद से पैडलिंग की जाती है। इस दौरान पैर ऊपर से नीचे की तरफ एक सर्कल में गतिविधि करते हैं। इससे पैरों की मांसपेशियों से लेकर शरीर के निचले हिस्से और ऊपर के हिस्से की मांसपेशियां मजबूत हो सकती हैं। साथ ही यह शरीर में एरोबिक्स कंडीशन यानी शरीर में ऑक्सीजन की मात्रा को भी बढ़ा सकता है। इस तरह साइकिल चलाने के फायदे शरीर की मांसपेशियों को मजबूत बनाने के लिए भी देखे जा सकते हैं।

कैंसर के जोखिम कम करे

यह जानकारी थोड़ी हैरान कर सकती है कि साइकिलिंग कैंसर का जोखिम कम कर सकती है। कुछ चीनी महिलाओं और पुरुषों पर किए गए शोध के अनुसार, जिन लोगों ने प्रतिदिन 2 घंटे साइकिल चलाई थी, उनमें प्रतिदिन 30 मिनट तक साइकिल चलाने वाले लोगों के मुकाबले पेट के कैंसर का जोखिम लगभग 50 फीसदी तक कम देखा गया। वहीं, एक अन्य अध्ययन के मुताबिक, साइकलिंग जैसी गतिविधियां स्तन कैंसर के जोखिम से भर सकती हैं। इस शोध के मुताबिक, वॉकिंग और साइकलिंग करने वाली महिलाओं में व्यायाम करने वाली महिलाओं के मुकाबले स्तन कैंसर का जोखिम 10 फीसदी कम पाया गया। इस आधार पर यह माना जा सकता है कि साइकिलिंग करके कुछ हद तक कैंसर के जोखिम को कम करने में मदद मिल सकती है। साथ ही ध्यान रहे कि कैंसर जानलेवा बीमारी है। अगर कोई इससे ग्रस्त है, तो उसे डॉक्टर से इलाज जरूर करवाना चाहिए।

तनाव कम करे

जैसा कि आप जान चुके हैं कि साइकिल चलाना अपने-आप में एक तरह का एरोबिक व्यायाम होता है। साथ ही, मौजूद अध्ययन भी यह बताते हैं कि व्यायाम करना मानसिक स्वास्थ्य को बेहतर बना सकता है। इसमें एरोबिक व्यायाम की गतिविधियां खास हो सकती है। ये गतिविधियां मन की स्थिति में बदलाव लाकर मस्तिष्क में खून का प्रवाह बेहतर बना सकती हैं। जो हाइपोथैलेमिक पिट्यूटरी एड्रेना (केंद्रीय तनाव प्रतिक्रिया प्रणाली) पर पड़ने वाले तनाव की प्रतिक्रिया को कम कर सकते हैं। इससे तनाव, अवसाद या चिंता के लक्षण कम करने में मदद मिल सकती है।

टाइप 2 मधुमेह के जोखिम कम करे

साइकिल चलाने के फायदे टाइप 2 मधुमेह के जोखिम को भी कम करने में मदद कर सकते हैं। एनसीबीआई की साइट पर प्रकाशित शोध के मुताबिक, नियमित तौर से साइकिलिंग जैसी गतिविधि करने वाले वयस्क लोगों में अन्य वयस्कों की तुलना में टाइप 2 मुधमेह होने का जोखिम काफी कम देखा गया है। साथ ही मोटापे से पीड़ित कुछ महिलाओं में पाया गया कि 6 सप्ताह तक नियमित तौर पर हर दिन 45 मिनट तक साइकिल चलाने से उनके शरीर में तेजी से इंसुलिन के स्तर को कम करने का रिकॉर्ड देखा गया। इस आधार पर यह माना जा सकता है कि टाइप 2 डायबिटीज को ठीक करने में साइकिलिंग काफी हद तक सहायक हो सकती है।