April 16, 2024

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सोबन सिंह जीना विश्वविद्यालय की परीक्षा समिति की बैठक में परीक्षा के संबंध में लिए गए महत्वपूर्ण निर्णय, ऐसे किये जाएंगे परीक्षाफल घोषित

अल्मोड़ा:  सोबन सिंह जीना विश्वविद्यालय में सोबन सिंह जीना विश्वविद्यालय, अल्मोड़ा के कुलपति प्रो0 नरेंद्र सिंह भंडारी की अध्यक्षता में आज (दिनांकः 22-07-2021) वर्चुअल रूप से परीक्षा समिति की बैठक आयोजित हुई। जिसमें कुलपति प्रो0 नरेंद्र सिंह भंडारी ने निर्देशित करते हुए कहा कि विश्वविद्यालय के परीक्षाफल को यू0जी0सी0 एवं कोविड-19 के दिशा-निर्देशों के तहत और छात्रों के भविष्य को ध्यान में रखकर ही घोषित किया जाएगा। उन्होंने कहा कि हम कोविड-19 की विषम परिस्थितियों में छात्रों के हितों को देखते हुए निर्णय लेंगे। साथ ही उन्होंने कहा कि कोरोना महामारी का शिक्षा एवं छात्रों पर विपरीत प्रभाव पड़ा है। ऐसे में हमें उनके हितों का विशेष ध्यान रखना होगा।

स्नातक एवं स्नातकोत्तर परीक्षाओं में आंतरिक मूल्यांकन के आधार पर परीक्षाफल घोषित किए जाने पर सर्वसम्मति से निर्णय लिया गया

परीक्षा समिति की इस बैठक में कुलसचिव डॉ0 बिपिन चंद्र जोशी ने औपचारिक शुरूआत की।  बैठक में विश्वविद्यालय के परीक्षा नियंत्रक प्रो0 सुशील कुमार जोशी ने बैठक के बिंदुओं को परीक्षा समिति के समक्ष प्रस्तुत किया। उन्होंने कहा कि कोविड महामारी को देखते हुए हमें कार्य करना है। उन्होंने बैठक में परीक्षा के संबंध में चर्चा की।
विश्वविद्यालय की परीक्षा समिति की बैठक में कई महत्वपूर्ण निर्णयों को लिया गया।  निकट भविष्य में होने वाली स्नातक एवं स्नातकोत्तर परीक्षाओं में आंतरिक मूल्यांकन के आधार पर परीक्षाफल घोषित किए जाने पर सर्वसम्मति से निर्णय लिया गया।

मूल्यांकन में 60 फीसदी आंतरिक मूल्यांकन एवं शेष 40 फीसदी पिछली उत्तीर्ण अर्हता परीक्षा के अंक शामिल होंगे

इस मूल्यांकन में 60 फीसदी आंतरिक मूल्यांकन एवं शेष 40 फीसदी पिछली उत्तीर्ण अर्हता परीक्षा के अंक शामिल होंगे। वहीं प्रायोगिक परीक्षाओं के संबंध में महत्वपूर्ण निर्णय लेते हुए, जिन महाविद्यालयों में प्रायोगिक परीक्षा हो चुकी है, उनमें विद्यार्थियों को दिए गए अंक ही मान्य होंगे तथा शेष विद्यार्थियों के प्रायोगिक परीक्षा के अंकों का निर्धारण आंतरिक मूल्यांकन के अंकों के आधार पर किया जाएगा।

आवेदन फार्म को जमा करने का एक और मौका

बैठक में निर्णय लेते हुए केवल उन ही विद्यार्थियों का परीक्षाफल घोषित किया जाने पर सहमति बनी, जो परीक्षाफल का निर्धारित शुल्क विश्वविद्यालय में जमा करेंगे और ऐसे विद्यार्थी, जो किसी कारणवश परीक्षा आवेदन फार्म को जमा नहीं कर पाए हैं, उनको विश्वविद्यालय द्वारा एक और अवसर प्रदान किया जाएगा, ताकि उनका परीक्षाफल घोषित करने में दिक्कतें न उत्पन्न हों।
समिति ने यह भी निर्णय लिया है कि ऐसे विद्यार्थी जो आंतरिक मूल्यांकन हेतु अपने विषयों के असाइनमेंट वर्क जमा नहीं कर पाए हैं, उनको अनुपस्थित माना जाएगा और वह संबंधित अध्यादेश की परिधि में आएंगे।

यह रहे मौजूद

इस बैठक में विश्वविद्यालय के विशेष कार्याधिकारी डॉ0 देवेंद्र सिंह बिष्ट, परिसर निदेशक प्रो0 नीरज तिवारी, डॉ0 भाष्कर चौधरी(सहा0 परीक्षा नियंत्रक), डॉ0 मुकेश सामंत (सहा0 परीक्षा नियंत्रक), प्रो0 पुष्पा अवस्थी (संकायाध्यक्ष, कला), प्रो0 विजया रानी ढौडियाल (संकायाध्यक्ष, शिक्षा), डॉ0 डी0 सी0 पंत, प्रो0 अमित पंत, डॉ0 गिरीश चंद्र पंत, डॉ0 संगीता गुप्ता, डॉ संजय सिंह, प्रो के सी जोशी (संकायाध्यक्ष, वाणिज्य एवं प्रबंधन), डॉ अशोक नेगी, डॉ अंजू अग्रवाल, डॉ दीपा कुमारी,  डॉ हेमा प्रसाद आदि कई सदस्य मौजूद रहे।