पहाड़ों में गुलदार का आंतक बना रहता है। जिसकी वजह से लोग भय में शाम होते ही घर से बाहर नहीं निकलते हैं। वही गंगोलीहाट से एक बेहद दुखद खबर सामने आई है।
ढ़ाई साल की बच्ची को उठा ले गया गुलदार-
यह मामला गंगोलीहाट के जरमाल गांव का है। जहां रविवार को तहसील के दूरस्थ गांव जरमालगांव से सटे जंगल में लीसा निकालने को तीन माह से रह रहे एक नेपाली परिवार की ढ़ाई साल की मासूम को गुलदार मां के हाथ से झपट्टा मारकर उठा ले गया।
जंगल में झोपड़ी बनाकर लीसा निकालने का करते हैं काम-
नेपाली मूल के बहादुर का परिवार जंगल में झोपड़ी बनाकर लीसा निकालने का काम करता है। रविवार शाम को उसकी पत्नी ढाई साल की बेटी रिया को लेकर घर से कुछ दूरी पर स्थित पेयजल स्रोत में पानी भरने जा रही थी। बच्ची की माँ सरिता देवी के सिर में पानी का भरा बर्तन था और एक हाथ से वह अपनी बेटी रिया को पकड़कर चल रही थी। कुछ दूरी पर पिता विकास बहादुर भी पीछे से पानी लेकर आ रहे थे। झोपड़ी से कुछ ही दूरी पर पहुंचे ही थे कि इसी बीच घात लगाए गुलदार ने उसे झपट्टा मारकर खींच लिया व जंगल की तरफ लेकर भाग गया। मां के चिल्लाने की आवाज सुनकर ग्रामीण घटनास्थल की तरफ दौड़े।
वन विभाग व गांव के लोगों की टीम बच्ची की खोज में जुटी-
जिसके बाद ग्रामीणों ने घटना की सूचना वन विभाग को दी और गुलदार व मासूम की खोजबीन में जुट गए। लेकिन देर रात तक उसका कहीं पता नहीं चल सका। सूचना के बाद वन विभाग भी मौके पर रवाना हुआ।
घटना से लोगों में बढ़ी दहतश-
इस घटना से क्षेत्र में दहतश बनी हुई है। अब लोगों में गुलदार का भय और अधिक बढ़ गया है।