विश्व स्वास्थ्य संगठन-डब्ल्यू.एच.ओ ने अगले महीने से अतिरिक्त कोविड रोधी टीकों का निर्यात फिर शुरू करने और दान देने के भारत के फैसले का स्वागत किया है।
स्वास्थ्य मंत्री मनसुख मंडाविया को विश्व स्वास्थ्य संगठन प्रमुख टेड्रोस अदनोम घेब्येयियस का संदेश आज सवेरे मिला। औषधि के क्षेत्र में भारत विश्व में सबसे अधिक टीकों का निर्माण करता है। भारत ने अप्रैल में अपनी आबादी को टीका लगाने के काम को प्रमुखता देने पर टीकों का निर्यात स्थगित कर दिया था।
शिखर सम्मेलन में भी चर्चा होने की संभावना है
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की अमरीका यात्रा से पहले टीकों के निर्यात का फैसला हुआ है। जिसके बारे में क्वाड देशों – अमरीका, जापान और आस्ट्रेलिया के नेताओं के शिखर सम्मेलन में भी चर्चा होने की संभावना है।
वैक्सीन मैत्री’ के नाम से जाना जाता है
स्वास्थ्य मंत्री ने कहा कि नए सिरे से निर्यात अभियान, जिसे ‘वैक्सीन मैत्री’ के नाम से जाना जाता है, वैश्विक वैक्सीन-साझाकरण प्लेटप्लेटफॉर्म कोवैक्स और पड़ोसी देशों की पहली नीति को प्राथमिकता देगा।