भारत करेगा मिस्र को गेहूं का निर्यात, रूस और यूक्रेन से आपूर्ति हुई बाधित

वाणिज्‍य मंत्री पीयूष गोयल ने घोषणा की है कि भारत इस वर्ष मिस्र को गेहूं का निर्यात करेगा। मिस्र गेहूं का सबसे अधिक आयात करने वाले विश्‍व के प्रमुख देशों में एक है। कृषि और प्रसंस्‍कृत खाद्य उत्‍पाद निर्यात विकास प्राधिकरण के अध्‍यक्ष एम. अंगामुथु ने बताया कि वे इस वर्ष मिस्र को 30 लाख टन गेहूं निर्यात करने की योजना बना रहे हैं।

अच्‍छी किस्‍म के गेहूं की आपूर्ति करने में भारत की तैयारियों के बारे में विचार-विमर्श किया था

श्री गोयल ने पिछले महीने दुबई यात्रा के दौरान मिस्र के योजना और आर्थिक विकास मंत्री डॉ. हाला-अल-सईद से मुलाकात की थी और मिस्र की खाद्य सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए अच्‍छी किस्‍म के गेहूं की आपूर्ति करने में भारत की तैयारियों के बारे में विचार-विमर्श किया था।

कई देशों के साथ व्‍यापार बातचीत और बैठकें की

मिस्र के कृषि क्‍वारंटीन और पेस्‍ट रिस्‍क विश्‍लेषण अधिकारियों ने महाराष्‍ट्र, मध्‍य प्रदेश और पंजाब की कई प्रसंस्‍कृत इकाईयों, पत्‍तन सुविधाओं और कृषि भूमि का दौरा किया। मिस्र के प्रतिनिधिमंडल की भारत यात्रा के बाद मिस्र ने गेहूं आयात करने वाले कई देशों के साथ व्‍यापार बातचीत और बैठकें की। ये देश वैकल्पिक स्रोत से गेहूं आयात की संभावना तलाश रहे हैं क्‍योंकि रूस और यूक्रेन के बीच संघर्ष के कारण आपूर्ति बाधित हुई है।

भारत ने 2021-22 में 70 लाख टन गेहूं का निर्यात किया

विदेश व्‍यापार महानिदेशालय के आंकड़ों के अनुसार भारत ने 2021-22 में 70 लाख टन गेहूं का निर्यात किया, जिसकी कीमत लगभग दो अरब पांच लाख डॉलर थी।