देश दुनिया की खबरों से हम आपको रूबरू कराते रहते हैं। एक ऐसी खबर हम आपके सामने लाए हैं। भारतीय मूल की अंतरिक्ष यात्री सुनीता विलियम्स अंतरिक्ष में है।
अंतरिक्ष में सुनीता विलियम्स
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक बोइंग के स्टारलाइनर अंतरिक्ष यान में सवार होकर इंटरनेशनल स्पेस स्टेशन (ISS) जाने वालीं अंतरिक्ष यात्री सुनीता विलियम्स स्पेस में फंसी है। (नासा) की पायलट सुनीता विलियम्स और बुच विल्मोर ने 5 जून को अंतरिक्ष में उड़ान भरी थी। इंटरनेशनल स्पेस स्टेशन पर एक सप्ताह बिताने के बाद दोनों अंतरिक्ष यात्री धरती पर आ रहे थे। इसी दौरान उनके विमान बोइंग स्टारलाइनर में खराबी आ गई और वे अंतरिक्ष में फंस गए। रिपोर्ट्स के मुताबिक अब वो किस तारीख पर वापसी करेंगे यह तय नहीं है। बताया है कि वे सुरक्षित है। रिपोर्ट्स के मुताबिक तकनीकी खराबी के चलते बार-बार उनके वापस लौटने की तारीखों को बदला जा रहा है। नासा के मुताबिक इस मिशन को 45 दिनों या 90 दिनों तक बढ़ाया जा सकता है। हालांकि, लौटने की कोई निश्चित तिथि नहीं बताई गई है। नासा की टीम लगातार सभी तकनीकी खामियों को दूर करने और उनको समझने का प्रयास कर रही हैं।
यहां हुआ जन्म
सुनीता गुजरात के अहमदाबाद से थीं। सुनीता विलियम्स का जन्म 19, सितंबर, 1965 को अमेरिका के ओहियो के क्लीवलैंड में हुआ था।परिवार सुनीता के जन्म के पहले ही 1958 में अहमदाबाद से अमेरिका के बोस्टन में बस गए थे।सुनीता विलियम्स का 1998 में जून में अमेरिका की अंतरिक्ष एजेंसी नासा में सिलेक्शन हुआ था। सुनीता 2006 में पहली बार अंतरिक्ष गई थी। सुनीता विलियम्स साल 2006 और 2012 में दो बार स्पेस में जा चुकी हैं। नासा के रिकॉर्ड के मुताबिक वो स्पेस में अबतक कुल 322 दिन बीता चुकी हैं। वह नौसेना पोत चालक, हेलिकॉप्टर पायलट, पेशेवर नौसैनिक, मैराथन धावक भी रही हैं। सुनीता विलियम्स ने अंतरिक्ष में लंबे समय तक रूकने का रिकॉर्ड तो बनाया था, साथ ही उन्हें 50 घंटे तक स्पेस वॉक करने का रिकॉर्ड भी बनाया था। सुनीता विलियम्स को भारत सरकार द्वारा साल 2008 में साइंस और इंजीनियरिंग के क्षेत्र में उल्लेखनीय योगदान के लिए पद्म भूषण से सम्मानित किया गया था।