तुर्किए और सीरिया में मौत का आंकड़ा 21 हजार के पार, कपकपाती ठंड में बचाव कार्यों में आ रही बाधा

तुर्किए और सीरिया में आए भीषण भूकंप में अब तक 21 हजार से अधिक लोगों की मृत्‍यु हो गई है। मलबे में अभी भी कई लोगों के फंसे होने के कारण मृतकों की संख्‍या बढ़ सकती है। मलबे के ढेर से शवों को निकालने का काम जारी है ।  इस बीच कई परिवार ऐसे हैं, जिनके सभी सदस्य इस बड़ी आपदा में खत्म हो गए।वहीं, मलबे से अभी भी कुछ लोगों को निकालकर बचाया जा रहा है।  अत्यधिक ठंड के कारण बचाव कार्यो में बाधा आ रही है।  28 हजार से अधिक  लोगों को तुर्किए के कहारनमारस से सुरक्षित निकाला गया। संयुक्त राष्ट्र का पहला सहायता दल विद्रोहियों के कब्जे वाले उत्तर पश्चिमी सीरिया पहुंच गया है। विश्व स्वास्थ्य संगठन के प्रमुख टेड्रोस अधनोम घेब्रेयसस भी  सीरिया पहुंच रहे हैं।

भारतीय सेना भूकंप प्रभावित लोगों को राहत पहुंचाने के लिए चौबीसों घंटे काम करेगी

विदेश मंत्री डॉ. सुब्रहमण्‍यम जयशंकर ने कहा है कि तुर्किए के इस्केंडरन में सेना के फील्ड अस्पताल ने काम करना शुरू कर दिया है। उन्होंने एक ट्वीट में कहा कि अस्पताल में सर्जिकल और इमरजेंसी वार्ड, एक्स-रे लैब तथा मेडिकल स्टोर चल रहे हैं। डॉ. जयशंकर ने कहा कि भारतीय सेना भूकंप प्रभावित लोगों को राहत पहुंचाने के लिए चौबीसों घंटे काम करेगी।

भूमध्‍य सागर पर निर्यात ट्रमिनल पर कच्‍चे तेल की आवाजाही पर रोक लगाई

तुर्किए के समुद्री प्रशासन ने विनाशकारी भूकम्‍प के बाद एहतियात के तौर पर भूमध्‍य सागर पर निर्यात ट्रमिनल पर कच्‍चे तेल की आवाजाही पर रोक लगा दी है। अधिकारिक सूत्रों के हवाले से एक समाचार एजेन्‍सी ने बताया कि तुर्किए उन सभी तेल टेंकरों का रास्‍ता रोकेगा जिनके पास उचित बीमा पत्र नहीं हैं। एजेन्‍सी ने अधिकारियों के हवाले से बताया कि तुर्किए की समुद्री सीमा में आवाजाही करने वाले जहाजों के बीमा पत्र की जांच नियमित प्रक्रिया है।